त्रिवेणी जयंती पर सांसद बघेल ने सौभाग्यवती माता को समर्पित किया भारत गौरव सम्मान


भिलाई। 1008 आदिनाथ भगवान और श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी जी 1008 भगवान महावीर स्वामी जी के मंगल अभिषेक शांति भक्तों ने किया और विश्व शांति हवन पूजन विधान पूज्य सौभाग्यवती माता जी के अमृत वचनों से बाल ब्रह्मचारी मध्य प्रदेश के पंकज भैया द्वारा समस्त पूजन विधान और हवन क्रिया सैकड़ों भक्तों के मध्य संपन्न कराया। इस अवसर पर आज श्री त्रिवेणी जैन तीर्थ सेक्टर 6 में सांसद विजय बघेल अपने समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माताजी का आशीर्वाद ग्रहण करते और वंदन करते हुए श्रीफल अर्पण किया। उन्होंने भारत गौरव सम्मान सौभाग्यवती माता को समर्पित किया। यह सम्मान माता के सामाजिक क्षेत्र शिक्षा के क्षेत्र और धार्मिक साहित्य के क्षेत्र में एवं मान्य स्तंभ स्थापित किए जाने की उपलब्धियां के लिए भारत सरकार के द्वारा 6 दिसंबर को प्रदान किया गया था किंतु पद विहार की वजह से पुरस्कार प्राप्त करने वहां उपस्थित नहीं हो सकी।

सांसद विजय बघेल ने उपस्थित धर्म सभा में श्री दिगंबर जैन महासभा के समस्त प्रतिनिधियों की उपस्थिति में समर्पित करते हुए माताजी से आशीर्वाद स्वरुप धर्म संग्रह ग्रहण किया। सांसद विजय बघेल ने धर्म के महत्व पर प्रकाश डाला एवं अपने जीवन में धर्म की उपलब्धियों को रेखांकित किया उन्होंने कहा कि यद्यपि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था लेकिन गुरु मां के चरणों में आने से उनका स्वास्थ्य ठीक हो गया, एक नई ऊर्जा शक्ति प्राप्त करके पूर्ण स्वस्थ हो चुका हूं।

उन्होंने रतन मुनि महाराज के दुर्ग में हुए आयोजन का जिक्र किया।त्रिवेणी जयंती सेक्टर 6 की धर्म सभा में पारसनाथ दिगंबर जैन सभा सेक्टर 6 के संरक्षक ज्ञानचंद बाकलीवाल, प्रभात जैन, डॉक्टर जिनेंद्र जैन, उपाध्यक्ष प्रदीप जैन बाकलीवाल, भारत जैन महामंत्री, सोमेश बाकलीवाल, जिनेंद्र जैन, मुकेश जैन, संजीव जैन, निशांत जैन और सिंपी जैन आदि उपस्थित भक्तों ने सांसद का स्वागत शॉल व श्रीफल और तिलक लगाकर मोती की माला पहना पहनाते हुए किया। इस अवसर पर अभिषेक शांति द्वारा करने वालों में प्रमुख ज्ञानचंद बाकलीवाल, चिरंजीव जैन, डॉ जिनेंद्र जैन, आशीष लोहारिया, सुनील जैन, प्रशांत जैन, संदेश जैन, वरुण जैन, संजीव जैन, पंकज जैन, अरुण और दीपक बाकलीवाल आदि ने अभिषेक किया। समिति के अध्यक्ष प्रशांत जैन, ज्ञानचंद बाकलीवाल, प्रदीप जैन बाकलीवाल और सोमेश बाकलीवाल ने माताजी को वंदन करते हुए जाने अनजाने में गलती को लेकर क्षमा याचना की।