बेटे को याद कर भावुक हुए विधायक ईश्वर साहू, कहा-किसी घर के चिराग को बुझने नहीं दूंगा’, दंगे में हुई थी पुत्र की मौत


रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 54 सीटों पर भगवा लहराया है। वहीं कांग्रेस को 35 सीटों पर ही सफलता मिली है। एक सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी जीत हासिल की है।

साजा विधानसभा सीट से कांग्रेस के सीनियर लीडर रविंद्र चौबे को हराकर विधानसभा पहुंचे ईश्वर साहू सुर्खियों में बने हुए हैं। साहू के सुर्खियों में रहने की कई वजहें हैं, एक वजह तो ये भी है कि ईश्वर साहू ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और सात बार के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री रहे रविंद्र चौबे को चुनावी मैदान में चारों खाने चित्त कर दिया है। खास बात ये है कि ईश्वर साहू का ये पहला चुनाव था। साहू ने पांच हजार से ज्यादा वोटों से कांग्रेस नेता रविंद्र चौबे को मात दी है। रविंद्र चौबे को 96, 593 वोट मिले तो वहीं ईश्वर साहू को 1,071,89 वोट मिले हैं।

विधानसभा चुनाव में सफलता हासिल करने के बाद ईश्वर साहू ने कहा कि वो किसी के घर का चिराग नहीं बुझने देंगे। छत्तीसगढ़ भाजपा ने ईश्वर साहू के बयान को शेयर किया है। जानकारी के लिए बता दें कि बेमेतरा के साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर इलाके में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। कई मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया गया था कि एक स्कूल से शुरू हुई मारपीट की घटना ने बड़े सांप्रदायिक दंगों में तब्दील हो गई थी। घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी जिन लोगों की जान गई उनमें से एक ईश्वर साहू के बेटे भुवनेश्वर भी थे।