विविधता में एकता का संदेश देते हुए एम जे स्कूल में वार्षिकोत्सव समारोह धूमधाम से मना


भिलाई। एम जे स्कूल, न्यू आर्य नगर, कोहका में तीसरा वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। विविधता में एकता का सन्देश दर्शाते हुए विभिन्न संस्कृतियों के अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। चमकीले परिधानों में सजे एमजे स्कूल के प्री-प्राइमरी और प्राइमरी के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

इस अवसर पर विद्यार्थियों ने नयनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का आरंभ अईगिरी नंदिनी नृत्य से हुआ जिसमें विद्यार्थियों ने नव दुर्गा के प्रादुर्भाव और महिषासुर मर्दिनी के दृश्यों को मंच पर बड़ी सुन्दरता के साथ प्रस्तुत किया। छोटे बच्चों ने सुनहरे परिधानों में मंच पर समां बांध दिया। बच्चों द्वारा भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों की प्रस्तुति-राजस्थानी, कश्मीरी, आसाम का बिहु, बंगाली, गुजरात का गरबा, पंजाब का भांगड़ा महाराष्ट्र से श्रीगणेश वंदना और छत्तीसगढ़ के गीत-संगीत अलग अलग परिधानों में प्रस्तुत किये गए। सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों को नाटक के द्वारा समझाया गया। एक ही मंच में विविध कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पालक, शिक्षक एवं शाला के विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजेश सिंह राणा, आईएएस, विशिष्ट अतिथि अशोक गुप्ता- अध्यक्ष एमजे ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, अकादमिक निदेशक श्रीमती भूमिका गुप्ता, निदेशक डॉ। श्रीलेखा विरुलकर, प्रिंसिपल श्रीमती एच लक्ष्मी, सीओओ वीके चौबे एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि महोदय छत्तीसगढ़ राज्य क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और इस तरह के सुंदर शो के आयोजन के लिए प्रबंधन और शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘Óबच्चों से प्रदर्शन करवाना मुश्किल है और वह भी इतने अनुशासित तरीके से। माता-पिता को अपने बच्चों की प्रतिभा को पहचानना चाहिए और उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। आजकल माता-पिता दोनों कामकाजी हैं और बच्चा उनसे केवल गुणवत्तापूर्ण समय चाहता है। बच्चों पर अपनी महत्वाकांक्षा का बोझ न लादें और न ही उन्हें उन क्षेत्रों में जाने के लिए मजबूर करें जिसमें न तो उनकी रुचि हो और न ही क्षमता। इसके साथ ही अपने बच्चों के लिए समय निकालें और उनके साथ वक्त बिताएं। इससे आपसी संवाद और समझ को सुदृढ़ता मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी अपने आप में विशिष्ट होता है। यदि वह अपनी रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ता है तो उसे असाधारण सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा पद्धति में इस बात पर खास जोर दिया गया है। छात्र हित में इन बातों का ध्यान रखा जाना आवश्यक है।

अपने प्रतिवेदन में स्कूल की प्राचार्या एच लक्ष्मी ने स्कूल की उपलब्धियों को रेखांकित करने के साथ ही विद्यार्थियों द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों की जानकारी साझा की। स्कूल की भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उन्हें प्रतिस्पर्धा का माहौल देने की हर संभव कोशिश कर रहा है। स्कूल की विभिन्न गतिविधियों में विद्यार्थियों को भाग लेना चाहिए, इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है और सीखने की प्रक्रिया में कभी पिछडऩा नहीं चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पिछले सत्र 2022-23 के शैक्षणिक टॉपर्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मास्टर गौरव चंदेल, सुश्री असफिय़ा अंसारी और सुश्री अफिय़ा बेग ने किया। बच्चों के द्वारा और बच्चों के लिए आयोजित यह भव्य कार्यक्रम अभिव्यक्ति और सम्मान की एक शाम थी जो निश्चित रूप से समय की रेत पर अपनी छाप छोड़ेगी। यदि आप यह सपना देख सकते हैं, तो आप इसे पूरा भी कर सकते हैं।