पुणे में 57 साल बाद 114mm बारिश, गुजरात के 10 जिलों में बाढ़, सूरत में 1 लाख लोग प्रभावित


पुणे। महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य के 18 जगहों पर NDRF और मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा और सांगली में SDRF की तैनाती की गई है। पुणे में 24 घंटे में 114 मिमी बारिश हुई। यह 66 साल में तीसरा हाईएस्ट रहा।

इससे पहले 19 जुलाई 1958 को 24 घंटे में 130.4 मिमी और 27 जुलाई 1967 को 117.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। यहां आज भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। इसके अलावा रायगढ़ और रत्नागिरी में मुंबई यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।

उधर, गुजरात में तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। यहां 10 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सूरत में 24 घंटे में 5 इंच बारिश से मीठी और काकरा खाड़ी नदियां ओवरफ्लो हो रही हैं। यहां बाढ़ से करीब 1 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 955 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।

इसके अलावा, दिल्ली में देर रात और सुबह तेज बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया। मुख्य मार्गों में जाम की स्थिति भी देखने को मिली। मौसम विभाग ने आज 18 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड के मदमहेश्वर मंदिर के निकट भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 50 श्रद्धालु और स्थानीय लोग फंस गए। मंदिर उत्तराखंड के ‘पंच केदार मंदिर’ समूह का हिस्सा है और 11,473 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।