Assembly vote counting in Chhattisgarh अगर बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो चौंकानें वाला चेहरा होगा मुख्यमंत्री पद का दावेदार


Assembly vote counting in Chhattisgarh रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की मतगणना से पहले तमाम अनुमानों में बीजेपी की जीत का दावा किया जा रहा है वहीं कांग्रेस 75 प्लस के साथ दोबारा सत्ता में वापसी का दावा कर रही है। कांग्रेस ने सीएम चेहरे को लेकर साफ कर दिया है कि अगर पार्टी की वापसी हुई तो सीएम भूपेश बघेल ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।

हालांकि पार्टी लीक से अलग हटकर ​प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भी खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने का दावा कर रहे हैं। मगर साथ में ये भी कह रहे हैं कि कांग्रेस ने सामूहिक नेतृत्व चुनाव लड़ा गया है, मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला हाईकमान तय करेगा।

Assembly vote counting in Chhattisgarh वहीं बिना मुख्यमंत्री के चेहरा पेश किए विधानसभा चुनाव लड़ रही बीजेपी में सीएम फेस के लेकर कई बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश भाजपा के संगठन प्रभारी ओम माथुर ने इशारों में इशारों में साफ कर दिया है कि अगर बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो कोई चौंकानें वाला चेहरा मुख्यमंत्री पद का दावेदार होगा।

छत्तीसगढ़ के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह राज्य में पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा है। अगर राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बनती है तो रमन सिंह भी दावेदारों की लिस्ट में शामिल होंगे। रमन सिंह को पार्टी ने राजनांदगांव से विधानसभा सीट का टिकट दिया है। रमन सिंह 2003 से 2018 तक राज्य के सीएम रह चुके हैं। वे बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

Assembly vote counting in Chhattisgarh बीजेपी के दावेदारों में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का भी नाम है। अरुण साव बिलासपुर संसदीय सीट से सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें लोरमी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया है। अगर राज्य में बीजेपी की सत्ता आती है तो अरुण साव प्रमुख दावेदारों में से एक हो सकते हैं। अरुण साव ओबीसी वर्ग से भी आते हैं। अरुण साव लंबे समय तक विद्यार्थी परिषद की राजनीति से जुड़े रहे हैं।

Assembly vote counting in Chhattisgarh रायगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे ओपी चौधरी भी दावेदारों की लिस्ट में हैं। ओपी चौधरी को लेकर अमित शाह बड़ा बयान भी दे चुके हैं। शाह ने रायगढ़ में एक चुनावी रैली में कहा था कि आप ओपी चौधरी को विधायक बना दो बड़ा आदमी में बना दूंगा। ओपी चौधरी आईएएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं।

दुर्ग सांसद विजय बघेल का नाम भी सीएम की रेस में आ सकता है। विजय बघेल को पार्टी ने पाटन विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। विजय बघेल बीजेपी के घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष भी थे। बीजेपी ने उनके ही नेतृत्व में घोषणा पत्र तैयार किया है। विजय बघेल, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

जांजगीर-चांपा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार नारायण चंदेल भी सीएम पद के दावेदार हो सकते हैं। नारायण चंदेल, नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में थे। वे पहले भी जांजगीर चांपा के विधायक रह चुके हैं।

रामानुजगंज के बीजेपी उम्मीदवार व पूर्व मंत्री और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम का नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल है। वर्तमान में वे कांग्रेस उम्मीदवार डॉ अजय तिर्की के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

पूर्व मंत्री विष्णु देव साय भी सीएम पद के दावेदारों में आ सकते हैं। विष्णु देव साय केंद्रीय नेताओं के पसंद में शामिल हैं। लंबे समय तक केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर काम कर चुके हैं। आदिवासी समाज से दो और नाम सामने आएं हैं जिनमें पूर्व आईएएस नीलकंठ टेकाम और पूर्व मंत्री केदार कश्यप मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में उभरकर सामने आएं हैं।