Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
SECL’s mega project Gevra कोरबा । एसईसीएल की मेगा परियोजना गेवरा में हैवी ब्लास्टिंग जारी है। विगत दिनों स्कूल का छत का प्लास्टर भरभरा कर गिर गया था । स्कूल के प्राचार्य जीपी जाटवार गेवरा खदान के हैवी ब्लास्टिंग से बच्चों को खतरा होने की जानकारी एसईसीएल प्रबंधन व अपने उच्च अधिकारियों को दे चुके हैं। एसईसीएल गेवरा प्रबंधन के अधिकारी जीएम माइनिंग, सीएसआर नोडल अधिकारी, सिविल अधिकारी ने गत 7 नवंबर को स्कूल पहुंचकर मुआयना किया था।
SECL’s mega project Gevra स्कूल प्रबंध समिति, गांव के गणमान्य नागरिक व विद्यालय स्टॉफ के साथ बैठक कर स्कूल के पीछे खनन के काम को बंद कर हैवी ब्लास्टिंग को कम करने का आश्वासन दिया था। खदान के डस्ट से पूरा स्कूल पट जाता है। स्कूल का बोर खदान के हेवी ब्लास्टिंग से धंस गया है इससे बच्चों को भारी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है।
उनके लिए नए बोर व एक पंप रूम की व्यवस्था करने की बात कही थी, लेकिन 15 दिवस बीत जाने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। एसईसीएल के मनमानी से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
SECL’s mega project Gevra ग्रामीणों का कहना है कि एसईसीएल प्रबंधन को तो अपने कोयला उत्पादन से मतलब है, छात्र-छात्राओं व ग्रामीणों को होने वाली समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। दोपहर लगभग 2 बजे ब्लास्टिंग हो ही रही है, इसके बाद शाम को 4 बजे के लगभग एक के बाद एक 4 से 5 बार भारी हेवी ब्लास्टिंग हो रही है इससे भिलाई बाजार चैक के लोगों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि खदान में हैवी ब्लास्टिंग होती रही तो कभी भी स्कूल का बिल्डिंग गिर सकता है।
वहीं भिलाई बाजार स्वास्थ्य केंद्र में सैकड़ों गांवों के लोग उपचार कराने पहुंचते है। भिलाई बाजार 10 बिस्तर वाला अस्पताल है यहां प्रतिदिन चैबीसों घण्टे मरीज रहते हैं। ब्लास्टिंग के बाद उड़ती धूल, खदान में चल रही मशीनों के धूल से पूरा हॉस्पिटल पट जाता है। एसईसीएल गेवरा प्रबंधन इस स्वास्थ्य केंद्र की तो कभी सुध ही नहीं लिया।
SECL’s mega project Gevra हॉस्पिटल परिसर में पानी की भारी भरकम समस्या बनी हुई है, भर्ती मरीजों को पानी की समय से जूझना पड़ता है। खदान के ब्लास्टिंग के कारण अस्पताल का जल स्तर भी गिर रहा है। सरपंच चंद्रभाल सिंह मरकाम का कहना है कि एसईसीएल गेवरा खदान में हो रही हैवी ब्लास्टिंग को कम करने हमने कई बार सीजीएम को पत्र लिखा है, लेकिन खदान का ब्लास्टिंग कम होने का नाम नहीं ले रहा। पहले सिर्फ दोपहर को बालस्टिंग हो रहा था लेकिन अब शाम को भी ब्लास्टिंग होने लगा है।