छत्तीसगढ़ की इस सीट को माना जाता है पनौती


रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक सीट है धमतरी। इस सीट के बारे में कहा जाता है कि यह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए पनौती है। यानी जिस पार्टी के उम्मीदवार ने यहां से जीत हासिल की उसकी सरकार सूबे में नहीं बनी। बीजेपी विधायक इंदर चोपड़ा के बाद यह सिलसिला बरकरार रहा है। 2008 और 2013 दोनों विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गुरमुख सिंह होरा को जीत मिली थी। लेकिन सरकार बीजेपी की बनी और सीएम डॉ रमन सिंह बने। 2018 में बीजेपी की रंजना साहू को जीत का स्वाद चखने का मौका मिला। लेकिन बीजेपी सरकार से बाहर हो गई। अब 2023 के चुनावी नतीजों में कांग्रेस के ओंकार साहू को कामयाबी मिली है। लेकिन कांग्रेस सत्ता से बाहर है।

हार-जीत के पीछे मिथक
वैसे तो चुनावी राजनीति में जनता अपने नुमाइंदों के नाम पर मुहर लगाती है, लेकिन कुछ हार और जीत मिथक बन जाते हैं। जैसे छत्तीसगढ़ की जगदलपुर सीट है। इस सीट का इतिहास यह रहा है कि यहां से जिस दल के उम्मीदवार की जीत हुई। उसकी सरकार सूबे में बनी। 1977 से लेकर 1998 तक यहां से कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई थी और अविभाजित मध्य प्रदेश का सीएम कांग्रेस का बना। जब 2003, 2008 और 2013 में बीजेपी की जीत हुई तो सरकार बीजेपी की बनी। अगर बात 2018 की करें तो यहां से कांग्रेस के रेखचंद जैन जीतने में कामयाब रहे थे और सरकार भी कांग्रेस की बनी। लेकिन 2023 में बीजेपी उम्मीदवार किरण देव की जीत हुई है और बीजेपी सरकार बनाने जा रही है।