छत्तीसगढ़ को भाजपामय बनाने की जिम्मेदारी अब नए सीएम विष्णुदेव साय के कंधों पर


भिलाई। अटलजी की सरकार में मंत्री रहे सीनियर भाजपा नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने उनके कंधों पर महती जिम्मेदारी डाल दी है। 2003 से 2018 तक के तीन चुनावों में लगातार जीत हासिल करने वाली भाजपा ने अथक परिश्रम कर छत्तीसगढ़ को भाजपा का गढ़ बनाया था, किन्तु विगत 2018 के चुनाव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस की झोली में चला गया। इन वर्षों में राज्य की सामाजिक और राजनीतिक धारा का पानी काफी कुछ बह गया, इसलिए अब एक बार फिर बदली हुई आबोहवा को भाजपा के पक्ष में करने का दारोमदार पार्टी आलाकमान ने विष्णुदेव साय के कंधों पर डाला है। नए मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ में पार्टी का सफलतापूर्वक और बेहतर तरीके से संचालन कर चुके हैं। उन्हें राज्य की राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है। उनके समक्ष फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती आने वाला लोकसभा चुनाव है। फिलहाल भाजपा के पास राज्य की 11 में से 9 सीटें हैं। इस बार पार्टी ने छत्तीसगढ़ से कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने की तैयारियां शुरू की है और इन तैयारियों का नेतृत्व अब नए मुख्यमंत्री श्री साय ही करेंगे। उन पर कांग्रेस की खींची गई लकीरों से भी बड़ी लकीर खींचने की जिम्मेदारी भी होगी।

विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में पार्टी आलाकमान के सुझाए हुए विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगी तो जातीय समीकरणों के हिसाब से दो उपमुख्यमंत्री के पद भी छत्तीसगढ़ में पहली बार सृजित किए गए। विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलत: किसान हैं। विष्णुदेव साय पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रहे हैं। प्रदेश का एसटी चेहरा हैं। भाजपा के दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। सरगुजा संभाग से आते हैं। नंदकुमार साय के बाद बड़ा चेहरा हैं। डॉ. रमन सिंह के सबसे बड़े समर्थकों में शामिल रहे हैं। विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि आप विष्णुदेव साय को जिताइए, हम इन्हें बड़ा आदमी बनाएंगे। यानी अमित शाह ने किसलिए बड़ा आदमी कहा था अब स्पष्ट हो गया है।

कुनकुरी क्षेत्र के विधायक हैं विष्णुदेव साय
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। वे पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। प्रदेश के पहले सीएम रहे दिवंगत अजीत जोगी के बाद विष्णुदेव साय प्रदेश के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे। विष्णुदेव साय आदिवासी होने के साथ ही साय समुदाय से आते हैं। साय समुदाय छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा समुदाय भी है। एक प्रकार से विष्णुदेव साय प्रदेश के पहले निर्वाचित आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। उनके सीएम बनने से प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग पूरी हो गई है। श्री साय ने कुनकी क्षेत्र से कांग्रेस के यूडी मिंज को हराया था। विष्णुदेव को 87604 और यूडी मिंज को 62063 वोट मिले थे। विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2 साल 68 दिन तक उन्होंने इस जिम्मेदारी को निभाया। साथ ही रायगढ़ सीट से सांसद भी रहे हैं।

डॉ. रमन व शाह के करीबी हैं नए सीएम
विष्णुदेव साय, डॉ. रमन सिंह और अमित शाह के करीबी रहे हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने स्थानीय मतदाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा था कि आप विष्णुदेव साय को जिताइए, हम इन्हें बड़ा आदमी बनाएंगे। शाह की भविष्यवाणी सही हुई है। वहीं डॉ. रमन सिंह के करीबी इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि विधायक दल की बैठक के दौरान दिल्ली से हाईकमान का फोन डॉ. रमन के पास ही आया था। डॉ. रमन ने विधायक दल चलती बैठक के बीच पार्टी आलाकमान से लम्बी चर्चा की। उसके बाद ही विष्णुदेव साय के नाम का ऐलान किया गया। गौरतलब है कि नया सीएम चुनने हुई बैठक के दौरान डॉ. रमन ने ही विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव रखा था और उनका समर्थन प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने किया था। इसके बाद सभी विधायकों ने मेज थपथपाकर समर्थन किया।

विष्णुदेव साय का राजनीतिक सफर
विष्णुदेव साय का संबंध किसान परिवार से रहा है। उनका जन्म 21 फरवरी 1964 में हुआ था। वे कांसाबेल के पास के बगिया गाँव के मूल निवासी है। 1989 में वे गाँव के पंच बने थे जबकि ठीक एक साल बाद उन्हें सरपंच बनने का मौक़ा मिला। विष्णुदेव तपकरा से विधायक चुनकर 1990 में आए। उसके बाद 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। 1999 में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए। विष्णु देव साय दो बार प्रदेश अध्यक्ष की कमान भी संभाल चुके हैं। भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। विष्णुदेव साय 2020 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने राज्य में अहम् जिम्मेदारी है। पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय को 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।

विष्णु देव का राजनीतिक सफर एक नजर में

  • 1990-98: सदस्य, मध्य प्रदेश विधान सभा (दो कार्यकाल)।
  • 1999: 13वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
  • 1999-2000: सदस्य, सदन की बैठकों से सदस्यों की अनुपस्थिति संबंधी समिति और सदस्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण समिति।
  • 2000-2004: सदस्य, सलाहकार समिति, कृषि मंत्रालय।
  • 2004: 14वीं लोकसभा के लिए पुन: निर्वाचित (दूसरा कार्यकाल), सूचना प्रौद्योगिकी समिति के सदस्य।
  • 2007: सदस्य, जल संसाधन समिति।
  • 2009: 15वीं लोकसभा के लिए पुन: निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल)।
  • 31 अगस्त 2009: सदस्य, वाणिज्य समिति।
  • 2014: 16वीं लोकसभा के लिए फिर से निर्वाचित (चौथा कार्यकाल)।
  • 9 नवंबर 2014: केंद्रीय खान, इस्पात राज्य मंत्री।
  • 5 जुलाई 2016: केंद्रीय राज्य मंत्री, इस्पात मंत्रालय।

नए सीएम का व्यक्तिगत जीवन
विष्णु साय के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनके परिवार उनकी पत्नी कौशल्या साय, बेटे टीडी साय और बेटियां एन साय और स्मृति साय हैं। साय अपने सहकर्मियों के बीच एक विनम्र स्वभाव के राजनेता के रूप में जाने जाते हैं। उनके सीएम बनने की घोषणा के बाद बीजेपी नेता नारायण चंदेल ने कहा कि वह बहुत सहज, सरल और विनम्र हैं। एक ऐसा चेहरा है जिसका कोई विरोध नहीं कर पाया। छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी ओम माथुर ने कहा, इससे बढिय़ा और क्या निर्णय होगा, श्रेष्ठ कार्यकर्ता, अनुभवी कार्यकर्ता, अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे कार्यकर्ता को हमने चुना है, इससे अच्छा और क्या हो सकता है। वहीं पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कुनकुरी विधायक व आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा का दायित्व प्राप्त होने पर अशेष शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से भाजपा के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) के वादों को पूरा करते हुए प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे तथा भाजपा के डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ दोगुनी रफ़्तार से विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।’ वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि ‘कुनकुरी विधायक, वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णु देव साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ, नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को आप मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाएँ, ऐसी कामना करता हूँ।

शाह ने कहा था, बड़ा आदमी बनाएंगे- बना दिया
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह जब जशपुर क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे तभी उन्होंने भावी सीएम को लेकर बड़ा हिंट दे दिया था। दरअसल अमित शाह ने प्रचार के दौरान सार्वजानिक तौर पर भाजपा के दो नेताओं को बड़ा आदमी बनाने की बात कही थी। इनमें पहले थे रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी और दूसरे खुद विष्णुदेव साय। अब कहा जा रहा है कि अमित शाह ने साय को सीएम बनवाकर अपना वादा पूरा कर दिया। वही ओपी चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनवाकर शाह ने बड़ा आदमी बनाने के अपने वायदे को पूरा किया। नए मुख्यमंत्री श्री साय तीन बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें संगठन में भी बड़ा पद मिल चुका है। वे दो बार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे हैं।

सीएम बनते ही किया ऐलान, सबसे पहले देंगे 18 लाख लोगों को घर
छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री घोषित किए जाने के बाद विष्णुदेव साय जबरदस्त एक्शन मोड में नजर आए। श्री साय ने एक ऐसा बयान दिया जिससे लाखों लोगों को राहत मिलने वाली है। उन्होंने कहा, ‘अपनी सरकार के माध्यम से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने की कोशिश करूंगा।Ó उन्होंने कहा कि सरकार का सबसे पहला काम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को 18 लाख आवास देना होगा। यानी कैबिनेट गठन और शपथ ग्रहण के बाद जो काम सबसे पहले विष्णुदेव साय करेंगे वो राज्य के 18 लाख लोगों को आवास देने के लिए होगा। दरअसल, इस बार की भाजपा सरकार ज्यादा परिणामोन्मुख रहने की संभावना है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि डॉ. रमन सिंह की अगुवाई में भाजपा ने छत्तीसगढ़ में विकास कार्यों को शिद्दत से पूरा किया। लेकिन भाजपा की इस नई सरकार में कुछ और बेहतर देखने को मिल सकता है।