छत्तीसगढ़ में कोविड का नया वेरिएंट : सीएम साय ने ली समीक्षा बैठक…. स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन


Raipur. केरल के रास्ते देश में पहुंचे कोविड के नए वेरिएंट ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। छत्तीसगढ़ में एक दिन में तीन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। रायपुर, बिलासपुर और कांकेर जिले में एक-एक मरीज की पहचान हुई है। संक्रमित मरीज में रायपुर AIIMS की एक नर्स भी शामिल है। 3 केस मिलने के बाद मुख्यमंत्री साय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी कलेक्टर, नगरीय निकाय अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी जुड़े। सीएम ने स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान सीएम साय ने सभी जिलों में कोविड को लेकर सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

नए वेरिएंट की दस्तक के बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना का कोई भी एक्टिव केस नहीं था। बिलासपुर में 49 वर्षीय एक व्यक्ति मुंबई से लौटा था। एंटीजन टेस्ट में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं कांकेर के जंगलवार कॉलेज में ट्रेनिंग लेने पहुंचे एक जवान का एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके बाद एम्स की एक नर्स भी पॉजिटिव आई है। इनकी रिपोर्ट RT-PCR टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो एम्स रायपुर में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजा जाएगा। महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि नर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रायपुर AIIMS में पिछले एक सप्ताह में अस्पताल आने वाले मरीजों का टेस्ट कराने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की नई गाइडलाइन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी कलेक्टर को आदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि, कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण में है, लेकिन इसके लगातार बदलते वैरिएंट पर नजर रखना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में नए वैरिएंट की पहचान नहीं हुई है, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि नए साल व त्योहार को देखते हुए कोविड संक्रमण को रोकने के लिए जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की जांच की जाए। कोरोना संबंधी मामलों से निपटने के लिए मॉक-ड्रिल की जाए और मौजूदा सभी उपकरणों की जांच की जाए। लक्षण वाले मरीज आने पर जांच किया जाए और कम से कम प्रतिदिन 100 टेस्ट का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर इसके जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल रायपुर एम्स भेजे जाएं। ताकि नए वैरिएंट की पहचान की जा सके।