Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
नईदिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने अब स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। नए वेरिएंट के सामने आने के बाद जिस तेजी से नए मामले सामने आ रहे हैं उससे यह लगने लगा है कि क्या नए साल में कोरोना की एक और लहर सामने है। बीते 10 दिनों में औसतन 500-600 नए मामले सामने आ रहे हैं जो कि चिंता बढ़ाने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार सुबह 8 बजे तक जो अपडेट दिया है उसके अनुसार देश में कोविड-19 के 841 नए मामले सामने आए हैं, जो कि पिछले 227 दिनों में सबसे अधिक है। इसके साथ अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 4,309 पहुंच गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले 19 मई 2023 को 865 केस दर्ज किए गए थे। आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2019 में यही वह समय था जब देश में कोरोना की एंट्री हुई थी। इसके बाद दूसरी लहर ने तो तबाही मचा दी थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार चार वर्षों में देशभर में 4.5 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए और 5.3 लाख से अधिक मौतें हुईं। मौजूदा समय में स्वास्थ्य विशेषज्ञ संक्रमण के मामलों के लिए कोरोना के नए JN.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण मान रहे हैं। अध्ययन में सामने आया है कि JN.1 की संक्रामकता दर अधिक है। यह वैरिएंट आसानी से शरीर में वैक्सीन-संक्रमण से बनी प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देकर संक्रमण बढ़ा रहा है।
संक्रमित मरीज आसानी हो रहे स्वस्थ्य
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि अधिकतर संक्रमित आसानी से ठीक हो रहे हैं। ज्यादातर लोगों में संक्रमण के हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक है, रिकवरी रेट 98.81 प्रतिशत है। इसके अलावा देश में अब तक वैक्सीन की 220.67 करोड़ डोज दी जा चुकी है, जो गंभीर रोग से बचाने में मदद कर रही है। हालांकि खतरे को देखते हुए विशेषज्ञ सभी लोगों को गंभीरता से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहने की सलाह दे रहे हैं।