अंधे कत्ल का खुलासा : कुम्हारी में युवक की सिर कुचलकर हत्या, शराब के पैसे को लेकर विवाद के बाद साथी ने पत्थर पटककर मार डाला


भिलाई।  कुम्हारी थाना क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। नए साल की पार्टी व शराब के पैसों को लेकर हुए विवाद के बाद साथी ने ही कपसदा निवासी गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू सोनवानी (20) की हत्या कर दी। मंगलवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली और जांच के दौरान मिले सबूत के सहारे आरोपी तक पहुंची। पुलिस ने इस मामले मृतक के साथी आकाश मारकण्डे (21) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ कुम्हारी पुलिस ने धारा 302 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है।

कुम्हारी पुलिस ने बताया कि कि खून से लथपथ शव मिलने के बाद जांच के दौरान पता चला कि मृतक गोपाल सोनवानी गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू अपने माता पिता की मृत्यु के बाद अपने रिस्तेदार राजेन्द्र महिलांग के घर विगत 5-6 साल से रह रहा था। पिछले 8-9 महिनों से वह हेरीटेज होटल रायपुर में वहीं रहकर काम करता था। बीच-बीच में आना जाना करता रहता था। इस बीच 1 जनवरी को गोपाल सोनवानी रायपुर से अपने गांव कपसदा पहुंचा। गांव आने के बाद अपने दोस्त अनिल माकरण्डे, आकाश मारकण्डे व राज चेलक के साथ शाम को शराब पार्टी की।

शराब पार्टी के दौरान शुरू हुआ विवाद
शराब पार्टी के दौरान गोपाल सोनानी व सभी दोस्त आपस में विवाद करने लगे। इस दौरान गोपाल की शर्ट गंदी हो गई तो मोहित उर्फ आकाश मारकण्डे ने अपनी शर्ट उसे पहनने को दी। रात करीब 8:30 बजे गोपाल सोनवानी ने आकाश को रायपुर में नौकरी दिलाने की बात कहकर उसे अपने साथ ले गया। रास्ते में केडिया नाला खपरी शमशान के पास दोनों गांजा पीने के लिए रूके।  गोपाल पहले से शराब भी पिया हुआ था और गांजा पीने के बाद उसका नशा और बढ़ गया। इसके बाद गोपाल ने आकाश को गाली देना शुरू कर दिया। आकाश ने काफी मना किया लेकिन वह नहीं रुक रहा था। शराब के पैसों व गिफ्ट को लेकर गाली गलौच कर रहा था। इससे ताव में आकर आकाश ने बड़े से पत्थर से गोपाल के सिर पर वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद लहूलुहान हालत में गोपाल सोनवानी को छोड़कर आकाश मारकण्डेय फरार हो गया।

इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में उक्त कार्यवाही में थाना कुम्हारी से उप निरीक्षक डीडी वर्मा, आरक्षक राजकुमार सिंह, विजय धुरंधर, बंटी सिंह, मनीष वर्मा, कविन्द्र साहू, विनेष शर्मा एवं एसीसीयू से सहायक उप निरीक्षक शमित मिश्रा, प्रधान आरक्षक सगीर खान, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक अरविन्द मिश्रा, रिन्कू सोनी, राकेश चौधरी, राकेश अन्ना, गुनित कुमार, भावेश पटेल आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही।