अयोध्या से पवित्र ज्योत लेकर रायपुर पहुंचे भक्त, सीएम साय ने कहा- प्रदेशभर में भेजी जाएगी


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की प्रदेशवासियों से घर-घर ज्योति जलाने की अपील

रायपुर। श्री राम जन्मभूमि अयोध्याधाम से पावन ज्योति आज सुबह छत्तीसगढ़ पहुंची। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राज्य अतिथि गृह पहुना में श्री राम जन्मभूमि अयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे रामभक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र ज्योति कलश सौंपा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राजधानी रायपुर के श्री राम मंदिर में ज्योति कलश को रखा जाएगा, जहां से प्रदेश भर में पावन ज्योति भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों से घर.घर ज्योति जलाने अपील की।

श्री अयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे रामभक्तों ने मुख्यमंत्री साय को बताया कि रामभक्तों का सात सदस्यीय दल रामजन्मभूमि से ज्योति कलश लाने गया था। उल्लेखनीय है कि दल में मुस्लिम सम्प्रदाय से भी भिलाई निवासी रज्जन अकील खान और शाहनवाज ने अपनी सहभागिता दी है। दल में प्रग्नेश महेंद्र भाई पटेल, राजू साहू, अरविंद पटेल, आकाश पाल आदि शामिल रहे। मुख्यमंत्री को रामभक्तों द्वारा अयोध्याधाम का प्रसाद भी भेंट किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेत्री तुलसी साहू, रोहित कौशिक, प्रकाश शर्मा, पंडित विकास शास्त्री, टीका राम साहू, राजेश तिवारी, महेश सहित अनेक रामभक्त उपस्थित रहे।

ननिहाल हुआ बाग-बाग
श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ बाग-बाग है। यहां लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। बीते कल सोशल मीडिया में राम दरस बर जागो नंबर वन ट्रेड करता रहा। छत्तीसगढ़ की जनभावनाओं को अभिव्यक्त करते इस हैश टैग के साथ सोशल मीडिया यूजर्स अपने विचार साझा करते रहे, जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई  श्री रामलला दर्शन योजना की भी खूब चर्चा रही। साथ ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का वीडियो संदेश भी साझा किए जाते रहे, जो उन्होंने रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के निमित्त प्रदेशवासियों के नाम जारी किए हैं। परिणाम स्वरूप सारा दिन राम दरस बर जागो ट्रेड करता रहा।

रामलला दर्शन को लेकर छत्तीसगढ़ उत्साहित
छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने मोदी की गारंटी के तहत छत्तीसगढ़वासियों को रामलला के दर्शन कराने के लिए श्री रामलला दर्शन योजना की शुरूआत की है। इसे लेकर प्रदेशवासी खासे उत्साहित हैं। विशेषकर बड़े-बुजुर्गों का प्रभु राम दर्श का सपना साकार होने जा रहा है। योजना के प्रथम चरण में सरकार ने 55 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दर्शन कराने का निर्णय लिया है। इसके बाद क्रमश: सभी को श्रीरामलला के दर्शन कराए जाएंगे। अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर स्वच्छता अभियान चलाकर तथा श्रमदान कर लोग प्रदेश के मंदिर-देवालयों की साफ-सफाई कर रहे हैं। स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित मंत्रीमंडल के सदस्यगण और अन्य जनप्रतिनिधि भी इस पावन अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को संबोधित एक वीडियो संदेश भी जारी किया है, जो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।

ऐतिहासिक पलों के साक्षी होने पर गर्व- साय
प्रदेशवासियों के नाम सम्बोधित वीडियो में मुख्यमंत्री श्री साय ने लोगों का अभिवादन और जय राम का उद्घोष करते हुए कहा कि आप सबको पता है कि राम जन्मभूमि अयोध्या धाम में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। हमारा सौभाग्य है कि हम इस दिव्य और ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने जा रहे हैं। संपूर्ण देश में उत्साह है, उमंग है। मुख्यमंत्री साय ने वीडियो में आगे कहा है कि प्रभु राम जन-जन के हृदय में बसते हैं। छत्तीसगढ़ वही कोसल प्रदेश है, जिसकी बेटी, माता कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया। श्रीराम ने दण्डकारण्य को अपनी चरण रज से पवित्र किया। माँ शबरी के बेरों की मिठास अभी तक छत्तीसगढ़ में घुली हुई है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में रामराज्य की संकल्पना साकार होती जा रही है। प्रभु राम के आदर्शों पर चलकर सेवा और सुशासन के माध्यम से हम भी छत्तीसगढ़ को एक आदर्श और सुशासित राज्य के रूप में स्थापित करने हेतु संकल्पित हैं। श्री साय ने कहा कि बहुत लम्बी प्रतीक्षा के बाद अब श्री रामलला अयोध्या धाम में विराजमान होने जा रहे हैं। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपील की है कि हम रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर अपने घर, गांव, नगर को ही अयोध्या स्वरूप बना लें। अपने आसपास आस्था स्थलों मंदिरों की साफ-सफाई कर लें और दीप प्रज्ज्वलित कर प्रभु राम के आगमन का उत्सव मनाएं। प्रभु राम का पावन स्मरण करें। श्री राम का पावन स्मरण करते हुए आप सभी को पुन: इस बहुप्रतीक्षित अवसर का साक्षी बनने के लिये बधाई।

आदिवासियों को रामचरित मानस बाँटेगी सरकार
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीते कल बालोद जिले में आदिवासियों के सम्मेलन कार्यक्रम में पहुंचे। बालोद में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम विष्णु देव साय ने धर्मांतरण, आदिवासियों को हिंदू और आदिवासी के नाम पर भड़काने को लेकर बात रखी। सीएम ने कहा कि आदिवासी वर्ग को शराब और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।  इस तरह की चीजों से उनको आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक रूप से कमजोर करने का काम किया जाता है। हम धर्मांतरण को रोकने मुहिम चलाएंगे। सीएम साय ने कहा कि बालोद में आदिवासियों के हित में बहुत बड़ा काम हुआ है और विशेषकर अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में इस काम का महत्व बढ़ जाता है। सीएम ने कहा कि यहां धर्मांतरण का काम जोरों से होता है। हमारे अनुसूचित जनजाति बंधुओं को भरमाया जाता है। सीएम ने कहा कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं बोलकर जनजातीय लोगों को मांस और मदिरा का सेवन करके आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक हर रूप से कमजोर किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि  रामचरितमानस के वितरण से मांस मदिरा धर्मांतरण इन सब में रोक लगाने का काम किया जाएगा।