CG Breaking : चांपा में शराब की दुकान के सुरक्षा कर्मियों का मर्डर, दो माह बाद पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी… जानिए क्या है हत्या की वजह?


जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में थाना चांपा की पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता पाई। दो पहले यहां के एक शराब की दुकान में सुरक्षा कर्मियों की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद बदमाशों ने शराब की दुकान से शराब व नगदी चुराया था। घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस ने 350 से ज्यादा सिम व 700 से ज्यादा मोबाइल से जानकारी जुटाई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस को सफलता मिली। पुलिस ने मामले में चांपा थाना क्षेत्र के ग्राम सिवनी निवासी शिवशंकर उर्फ मुन्ना सहिस व उसकी पत्नी मंगली सहिस उर्फ माला व उसके बेटे कृष्णा सहिस को गिरफ्तार किया है।

दरअसल यह पूरी घटना 4-5 नवंबर 2023 की दरमियानी रात की है। चाम्पा थाना क्षेत्र के ग्राम सिवनी स्थित शासकीय शराब दुकान की पहरेदारी कर रहे सुरक्षा गार्ड हथनेवरा निवासी यदुनंदन पटेल (28) व ग्राम पिसौद निवासी जयकुमार सूर्यवंशी (35) की टंगिया मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। दूसरे दिन सूचना मिलने पर जब पुलिस पहुंची तो देखा कि शराब की दुकान में शराब की बोतलें व नगदी भी चुराया गया। अज्ञात बदमाशों ने शराब की दुकान में चोरी करने की नीयत से दोनों सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने फॉरेंसिक विभाग, डॉग स्कॉड, थंब स्पेशिलिस्ट आदि को बुलवाकर घटनास्थल की बारीकी से जांच कराई। इस मामले में चांपा पुलिस ने धारा 302, 460 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।  

स्पेशल टीम बनाकर कराई गई जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित किया गया। टीम द्वारा घटनास्थल एवं आस-पास के सीसीटीवी फूटेज का तकनीकी विशेषज्ञों से जांच कराई गई। घटनास्थल एवं आसपास के इलाके सिवनी, पिसौद, हथनेवरा, बरबसपुर, गोविंदा, कर्रा मोड़ आदि स्थानों का टावर डंप लिया गया जिनमें लगभग घटनास्थल से संबंधित 7 लाख 40 हजार 500 नंबरों की गतिविधियों की पुष्टी हुई। इसके अधार पर पुलिस ने जिसके आधार पर लगभग 386 सिम नंबरों का कॉल डिटेल रिकार्ड खंगाल कर लगभग 714 मोबाइल नंबरों को तस्दीक किया गया।

100 से ज्यादा संदेहियों का लिया गया बयान
विवेचना के दौरान विशेष टीम द्वारा लगातार घटनास्थल तथा अन्य संदेहास्पद स्थानों में लगातार कैंप कर आरोपी की पता तलाश की जा रही थी। इस बीच पुलिस ने 100 से ज्यादा संदेहियों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, फिर भी पुलिस को सफलता नहीं मिली। दो माह बीतने के बाद भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने आरोपियों की जानकारी देने वालों के लिए इनाम भी घोषित कर रखा था। इस बीच पुलिस को एक ऐसा शख्स मिल गया जिसने घटना अपनी आंखों से देखी थी। पुलिस की पूछताछ में उसने शिवशंकर उर्फ मुन्ना सहिस का नाम लिया।

पत्नी व सौतेले बेटे के साथ दिया घटना को अंजाम
आरोपी का सुराग मिलने के बाद पुलिस ने शिवशंकर को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में शिवशंकर टूट गया और सारी सच्चाई बता दी। आरोपी शिवशंकर ने बताया कि उसने दोनों सुरक्षा कर्मियों की हत्या अपनी पत्नी मंगली उर्फ माला व उसके पहले पति के बेटे कृष्णा सहिस के साथ मिलकर की थी। शिवशंकर के बयान के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी मंगली व सौतेले बेटे कृष्णा को भी गिरफ्तार कर लिया।  4 व 5 नवंबर 2023 की रात को तीनों नकाब लगाकर शराब की दुकान में चोरी की नीयत से पहुंचे थे।

बिस्किट देकर कुत्तों को दूर भगाया, सोते सुरक्षाकर्मियों पर किया हमला
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रात करीब 12 बजे शराब की दुकान के पास पहुंचे। वहां आसपास तैनात कुत्तों को बिस्किट देकर दूर भगाया और दोनों सुरक्षा कर्मियों के सोने का इंतजार करने लगे। लगभग 1 बजे तक दोनों सुरक्षाकर्मी मच्छरदानी लगाकर सो गए। इसके बाद आरोपियों ने टंगिए के पिछले हिस्से से दोनों पर ताबड़तोड़ वार किया। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी बीच एक अंजान व्यक्ति शराब के नशें में पहुंचा तो मुन्ना सहिस ने उसे पकडकर वापस बाहर सड़क की तरफ छोड़ दिया। इसके बाद शराब की दुकान का ताला तोड़कर अंदर घुसे और कांउटर के पास रखी नगदी के साथ 2 नग ब्लैक डॉग की बोतल चुराकर अपने घर वापस आ गए।

आरोपियों ने चोरी की शराब धीरे-धीरे पीकर खत्म कर दी और नगदी रकम खर्च करते रहे। आरोपीयों का अलग अलग बयान दर्ज किया गया। घटना में प्रयुक्त हथियार, पाना, नकाब, पहने कपड़े, ताला, चुराई गई शराब की खाली बोतल व  4500 रुपए नगदी जब्त किया गया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 460, 120बी, 34 भादवि के तहत कार्रवाई की गई। हत्या की गुत्थी सुलझाने में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस यदुमणी सिदार, चौकी प्रभारी नैला प्रशिक्षु डीएसपी संगम राम थाना प्रभारी, चाम्पा निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, सायबर सेल के निरीक्षक प्रवीण कुमार द्विवेदी, उप निरीक्षक पारस पटेल, थाना प्रभारी मुलमुला सागर पाठक, थाना प्रभारी सारागांव सत्यम चौहान, चौकी पंतोरा प्रभारी एएसआई दिलीप सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा, थाना चाम्पा के एएसआई रामप्रसाद बघेल, महिला प्रधान आरक्षक श्यामा जायसवाल, प्रधान आरक्षक विरेन्द्र टण्डन, राकेश तिवारी, अजय चतुर्वेदी, आरक्षक माखन साहू, नितिन द्विवेदी, डीकेश्वर साहू, ईश्वरी राठौर, गौरीशंकर राय, शंकर सिह राजपूत, सायबर सेल से एएसआई मुकेश पाण्डेय, प्रधान आरक्षक राजकुमार चंन्द्रा, बलबीर सिंह, विवेक सिंह, आरक्षक चिरंजीव कमलेश, गिरीश कश्यप, आनंद किशोर सिंह, रोहित कहरा, सिदार सिंह पैकरा,  महिल आरक्षक दिव्या सिंह का विशेष योगदान रहा।