भिलाई में इस बार और भी भव्य होगी “भोले बाबा की बारात”, 161 झांकियो के साथ निकलेंगे महादेव… बैठक में तय हुई रणनीति


भिलाई। हर साल महाशिवरात्रि को भिलाई में निकलने वाल भोलेबाबा की बारात की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बोल-बम सेवा एवं कल्याण समिति के संस्थापक व अध्यक्ष दया सिंह ने इसकी तैयारियां रविवार को खुर्सीपार में हनुमान चालीसा का पाठ कर शुरू की। दया सिंह ने तैयारियों को लेकर मंदिर परिसर में कार्यकर्ता व सेवादारों की बैठक बुलाई। बैठक में भोले बाबा की बारात की तैयारियों को लेकर व्यापक चर्चा की गई। बैठक में मुख्य रूप से मुकेश शर्मा,  प्रमोद सिंह, विजेंद्र मिश्रा, राकेश प्रसाद, प्रशांत कुमार, विनोद गुप्ता, प्रकाश सिंह, संतोष चौहान, गौरव, यशवंत यादव, विनय मानिकपुरी, प्रदीप सोनी, प्रभा कुशवाहा, मंजू मिश्रा, लक्ष्मी, पुष्पा सिंह, विजयंती कौर, सरस्वती साहू, ईश्वरी चंद्राकर, माया मानिकपुरी, सुशीला सहित अन्य शामिल थे।

बता दें भिलाई में भोलेबाबा की बारात का यह 16 वां वर्ष है। साल दर साल बारात को भव्य बनाते हुए अब तक कई रिकार्ड कायम किए हैं। बोल-बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता व सेवादार महादेव के वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होते हैं। भिलाई को बाबा मय बनाने में दया सिंह ने अब तक कोई कोर कसर नहीं छोड़ी हैं। हर साल की तरह समिति इस बार कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए बहुत कुछ खास करने वाली है। बैठक में इस बारे में भी चर्चा हुई कि किस प्रकार वार्ड के हर एक व्यक्ति तक बाबा की बारात का कार्ड पहुंचाया जाएगा। बैठक में इस बात पर ध्यान दिया गया कि अन्य प्रदेशों की भी मशहूर झांकियां को बाबा की बारात में शामिल किया जाए।

8 फरवरी को इंदिरा नगर हथखोज से निकलेगी बाबा की बारात
समिति के अध्यक्ष दया सिंह ने बताया कि, इस बार भी बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती की बारात 8 फरवरी को इंदिरा नगर हथखोज से बाबा की भव्य बारात निकाली जाएगी। बारात में भजन सम्राट दुकालू यादव द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी। इस बार बाबा की बारात में छह प्रदेशों की विशाल झांकियां भी देखने को मिलेगी। भगवान भोलेनाथ को दूल्हे के रूप में जनमानस दर्शन प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा समुद्र मंथन करने की झांकी, लक्ष्मण जी की मूर्छित झांकी भी शामिल रहेगी। आंध्रप्रदेश के दल के 51 सदस्यों द्वारा बाबा भोलेनाथ के कोया नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।

  • बाबा भोलेनाथ की नीलकंठ स्वरूप की झांकी
  • देव-दानव, नर-नारी, रिछ वानर की झांकी
  • राजस्थान के कलाकारों की रंगारंग आतिशबाजी
  • देश के अलग-अलग जिलों के 161 झांकियां।
  • राउत नाचा, पंथी नाचा सुआ गीत अन्य यूपी का अखाड़ा प्रमुख रहेगा।
  • छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के कल्चर को भी झांकियां द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा
  • राम रावण, विभीषण, अंगद, नंदी बाबा की भी झांकी नजर आएगी।