नहीं चलेगी दुर्ग-विशाखापट्नम वंदेभारत, रेलवे के शेड्यूल में शामिल नहीं, पीएम मोदी 12 मार्च को देंगे 10 नई रूट पर वंदेभारत ट्रेनों की सौगात


85,000 करोड़ से अधिक राशि की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी करेंगे पीएम मोदी

रायपुर। दुर्ग से विशाखापट्नम के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस अब नहीं चलेगी। 12 मार्च को इस ट्रेन को हरी झंडी मिलने वाली थी लेकिन अब इसे कैंसिल कर दिया गया है। इसकी जगह अन्य रूटों पर 10 नई वंदेभारत ट्रेनों को चलाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 10 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करेंगे । साथ ही 4 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के विस्तारित सेवाओं का शुभारंभ करेंगे । इसके अतिरिक्त 9 अन्य ट्रेनों का भी हरी झंडी दिखाकर शुभरम्भ करेंगे ।

बता दें अभी तक 82 वंदेभारत ट्रेन सेवाएं भारतीय रेलवे में चल रही हैं, जो ब्रॉडगेज (बीजी)विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं। ये वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनें 24 राज्यों और 256 जिलों से गुजरती हैं । 10 जोड़ी और वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ, भारतीय रेलवे में 104 सेवाएं (51 जोड़ी ट्रेन) शुरू हो जाएंगी। 12 मार्च को शुरू होने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस जिन रूट पर चलने वाली हैं उनमें मैसुरू से डॉ एमजी रामचंद्रन सेंट्रल (चेन्नई), लखनऊ से देहारादून, कलबूरगी से सर एम विश्वेसराइया टर्मिनल बेंगलुरु, रांची से वाराणसी, दिल्ली से खजुराहो, सिकंदरबाद से विसाखापटनम, न्यू जलपाईगुड़ी से पटना, पटना से लखनऊ, अहमदाबाद से मुंबई व पुरी से विसाखापटनम शामिल हैं।

85,000 करोड़ परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ
पीएम मोदी 12 मार्च को रेलवे से जुड़ी 85,000 करोड़ रुपए से अधिक की लगभग 5900 से अधिक परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। लगभग 670 से अधिक  रेलवे स्टेशनों और अन्य स्थानों से लोग इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे। इस दौरान प्रधान मंत्री पूरे देश में 50 प्रधान मंत्री जन औषिधी केंद्र का लोकार्पण करेंगे। इसमे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की 4 केंद्र भी शामिल है। यह केंद्र जांजगीर नैला, पेंड्रा रोड, नागभीड़ और नैनपुर शामिल है। रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों को सस्ती कीमत पर गुणवत्ता पूर्ण दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं (जन औषधि उत्पाद) उपलब्ध कराने का भारत सरकार का मिशन है।

2004-14 के दौरान 14,985 रूट किलो मीटर रेल ट्रैक का काम किया गया । पिछले 9 वर्षों (2014-23) में 25,871 रूट किलो मीटर ट्रैक बिछाया गया है। नई रेलवे लाइनों में यह 75% की वृद्धि है । वर्ष 2022-23 में प्रतिदिन 14 किमी ट्रैक बिछाया गया तथा वर्ष 2023-24 में प्रतिदिन 16 किमी ट्रैक बिछाने का लक्ष्य है । 2014 के बाद से 14,337 किलो मीटर रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम शुरू किया गया है । 2014 से 5,750 किमी लंबाई का गेज परिवर्तन शुरू किया गया है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पिछले इन वर्षों में 1150 किलो मीटर से अधिक की रेल लाइनों का निर्माण किया गया । प्रधान मंत्री जी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की बिलासपुर झारसुगुडा चौथी लाइन, राजनंदगाव नागौर तीसरी लाइन, अनुपपुर कटनी तीसरी रेल लाइन के निर्मित रेल सेक्शनों का भी लोकरपन करेंगे । इसके साथ ही बिलासपुर इलैक्ट्रिक लोको शेड का लोकार्पण भी किया जाएगा ।

यात्रियों को अच्छा भोजन प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे अपने प्रमुख स्टेशनों और बिंदुओं पर रेल कोच रेस्तरां खोल रहा है । रेल कोच रेस्तरां का लक्ष्य यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है । बिलासपुर रेलवे स्टेशन परिसर में एक रेल कोच रेस्तरां का लोकार्पण भी प्रधान मंत्री करेंगे। रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ दृष्टिकोण को बढ़ावा देने, स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार प्रदान करने और हाशिए पर रहने वाले समाज के वर्गों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट” (ओएसओपी) योजना शुरू की है । इस योजना का उद्देश्य देश भर के रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउट लेट के प्रावधान के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करना है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में ऐसे 50 स्टॉल का लोकार्पण किया जाएगा।