Bhilai : कारोबारी से एक करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड, प्राफिट शेयरिंग का झांसा देकर निवेश कराया और हड़प लिए रुपए


भिलाई। जामुल थाना क्षेत्र में कारोबारी से एक करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दरअसल कोरोबारी को एक अन्य फर्म के डायरेक्टर्स द्वारा बिजनेस पार्टनर बनाया गया और उसके बाद अलग अलग किश्तों में राशि निवेश कराया। राशि निवेश कराने के बाद अचानक अनुबंध तोड़ दिया और न तो निवेश की राशि वापस की और न ही लाभ का पैसा उसे दिया। यही नहीं दूसरे फर्म के डायरेक्टर्स द्वारा एक चेक भी दिया गया। जिस बैंक का चेक दिया उस बैंक में उसका खाता भी बंद करा दिया। इस पूरे मामले में कारोबारी ने दस्तावेजों के साथ जामुल थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत जामुल पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ धारा 34, 420 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।

जामुल पुलिस के अनुसार फौजी नगर हाउसिंग बोर्ड निवासी  किशनू मिश्रा मेसर्स  ब्रुनो ब्रेवरेजेस नाम की कंपनी में पार्टनर है। उसने अपनी शिकायत में बताया किया मेसर्स स्कॉटमेद एल्को बेव फिल्लर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर 7ए, स्ट्रीट नंबर 20, सेक्टर-5 अनूप सहाय व सोनिका सहाय तथा ए-27, सूर्या विहार, जुनवानी निवासी शशि आनंद द्वारा कंपनी की ओर से अधिकृत होकर मेरे ब्रोनो ब्रेवरेजेस के साथ 5 जनवरी 2018 को एक अनुबंध किया। अनुबंध के तहत संयुक्त रूप से लाभ बंटवारे पर सहमति बनी। इसके बाद किशनु मिश्रा द्वारा 12 फरवरी 2018 से 9 अप्रैल 2018 तक कुल 39 लाख 78 हजार 711 रुपए अनुप सहाय के खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद दोनों ने अपने अपने खाते से 99-99 हजार रुपए निवेश किया। इसके अलावा अनुप सहाय द्वारा  अतिरिक्त प्रोडक्शन कॉस्ट एवं अन्य मदो के नाम पर 27 लाख 56 हजार 570 निवेश कराया। इस तरह किशपु मिश्रा ने साथ में व्यापार करने के लिए कुल 69 लाख 33 हजार 281 रुपए का निवेश किया गया।

पुराने अनुबंध को निरस्त कर नया बनाया
किशनु मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ समय तक काम करने के बाद अनुप सहाय द्वारा पुराने अनुबंध को निरस्त कर 3 जुलाई 2018 को एक नया अनुबंध किया गया। साथ ही निवेश की राशि को कम कर 59 लाख 93 हजार 970 रुपए कर दिया। इसके बाद भी किशनु मिश्रा द्वारा साथ में व्यापार करने के लिए इसे मान लिया। इसके बाद 31 दिसंबर 2018 को अचानक तीनों ने किशनु मिश्रा से अनुबंद निरस्त कर दिया। अनुबंध निरस्त करने के बाद इमेल जरिए उसके द्वारा निवेश की गई राशि 59 लाखा 93 हजार 970 रुपए 6 माह के भीतर वापस करने तथा इस बीच जनवरी 2019 से 1 प्रतिशत प्रतिमाह ब्याज देने की सूचना दी। सुरक्षा के लिए भारतीय स्टेट बैंक का एक चेक क्रमांक 651503 दिया।

प्लानिंग के साथ हड़पी निवेश व लाभ की राशि
किशनु मिश्रा ने बताया कि उसने अनुप सहाय व उसके साथियों की फर्म को खाली बॉटल की सप्लाई करता था। उनके द्वारा खाली बॉटल की कुल राशि 1 लाख 41 हजार 192 रुपए का भुगतान भी नहीं किया गया। किशनु मिश्रा ने बताया कि तीनों ने मिलकर उसकी गई निवेश की गई राशि 69 हजार 33 लाख 281 रुपए, व्यापार के लाभ की राशि 66 लाख 7 हजार 892 रुपए तथा खाली बॉटल की सप्लाई की राशि 1 लाख 41 रुपए 192 रुपए कुल 1 करोड 36 लाख 82 हजार 365 रुपए रुपए हडप ली। किशनु मिश्रा ने बताया कि उसने अपने रुपए लेने के लिए तीनों से कई बार मेल व फोन के लिए मिन्नते कीं। हमेशा टाल मटोल करते रहे लेकिन आज तक रुपए वापस नहीं मिले।

बैंक चेक भी निकला फर्जी
किशनु मिश्रा ने बताया कि तीनों ने एक राय होकर जो चेक (651503) दिया गया था उससे संबंधित बैंक में खाता भी बंद करा दिया। अब तो तीनों ने रुपए देने से ही मना कर दिया। रकम मांगने पर अपनी ऊंची प्रशासनिक एवं राजनीतिक पहुंच का हवाला देकर मुझे देख लेने एवं झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। उसने बताया कि स्कॉटमेन एल्को बेव फिलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर अनूप सहाय, सोनिका सहाय एवं शशी आनंद योजना के तहत एक राय होकर द्वारा किशनु मिश्रा की निवेश की राशि 69 हजार 33 लाख 281 रुपए, व्यापार के लाभ की राशि 66 लाख 7 हजार 892 रुपए तथा खाली बॉटल की सप्लाई की राशि 1 लाख 41 रुपए 192 रुपए कुल 1 करोड 36 लाख 82 हजार 365 रुपए छलपूर्वक हड़प लिया है। किशनु मिश्रा की शिकायत पर तीनों के खिलाफ धारा 34, 420 के तहत अपराध दर्ज कर जामुल पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।