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भिलाई। दुर्ग जिले के सुपेला भिलाई में रेलवे का सबसे सुदर अंडरपास बनकर तैयार है। इसे सबसे सुंदर अंडरपास इसलिए भी कहा जा रहा है कि क्योंकि यह बना ही कुछ इस तरह है। सुपेला की सीधा और टाउनशिप की ओर वाई आकार में इसका निर्माण किया गया है। अंदर की दीवारों पर आकर्षक चित्रकारी की गई जो कि लोगों को स्वत: ही अपनी ओर आकर्षित कर लेगा। दीवारों पर अभयारण्य व तारामंडल की आकर्षक चित्रकारी की गई है जो कि काफी आकर्षक दिख रही है। अब लोगों को इस ब्रिज के खुलने का इंतजार है।
बता दें रेलवे द्वारा सुपेला रेलवे क्रासिंग को बंद कर इसकी जगह अंडरपास का निर्माण कराया है। अगस्त 2022 में अंडरपास का निर्माण शुरू किया गया। 20 माह में अंडरपास का निर्माण लगभग पूरा हो गया। इस अण्डरपास को 1 मई से आवाजाही के लिए खोले जाने की तैयारी थी। लेकिन समय पर काम पूरा नहीं होने से अब 15 मई के बाद की डेडलाइन दी गई है। इसके लिए शेष बचे काम को तेजी से पूरा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 15 मई के बाद इस अंडरपास को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
दूसरे अंडरपास से बेहतर निर्माण
सुपेला अंडरपास को भिलाई के दूसरे अंडरपास से काफी अलग बनाया गया है। अंडरपास के भीतरी दीवारों पर उकेरी गई कलाकृतियां काफी मनमोहक बन पड़े हैं। रेल पटरी के ठीक नीचे की दोनों भीतरी दीवारों पर डिजिटल कलर पेंटिंग से तारामंडल बनाया गया है। वहीं टाउनशिप के ओर की दीवारों पर पेड़ पौधों के बीच हिरण और सांभर के चित्र अभ्यारण्य का अहसास करा रहे हैं। इस अंडरपास से आवाजाही शुरू होने पर लोगों को अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इस अंडरपास के शुरू हो जाने से चंद्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरब्रिज से ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
15 मई तक पूरा होगा बिजली का काम
वर्तमान में अंडरपास के निर्माण कार्य को फाइनल टच दिया जा रहा है। बिजली का काम 15 मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। टाउनशिप की ओर बिजली वायरिंग और लाइट लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं सुपेला घड़ी चौक की ओर लाइट लगाने का काम 15 मई तक पूरा करने का समय संबंधित ठेका कंपनी को दिया गया है। इसके साथ ही रेल पटरी के समानांतर गुजरने वाली बरसाती नाले पर मजबूत चेम्बर बनाकर ह्यूम पाइप बिछाए जाने से बारिश के मौसम में दिक्कत की आशंका नहीं रहेगी। यही नहीं अंडारपास के नीचे बरसाती पानी के निकासी हेतु बनाए गए जालीदार ड्रेनेज सिस्टम की गहराई और चौड़ाई ठीक ठाक रहने से बारिश के दिनों में पानी भरने की समस्या नहीं आने की संभावना है।