हरियाणा से आकर भिलाई में चोरी, शातिरों ने सूने मकानों को बनाया निशाना… फारेन करेंसी के साथ तीन गिरफ्तार


भिलाई। नकबजनी के एक बड़े मामले में दुर्ग पुलिस को सफलता मिली है। थाना वैशाली नगर, सुपेला व एसीसीयू की संयुक्त टीम ने अंतराज्यीय गैंग का खुलासा किया है। हरियाणा से भिलाई आकर सूने मकानों में सेंधमारी करने वाले शातिर के साथ उसके सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों से सोने चांदी के जेवरात, नगदी व फॉरेन करेंसी जब्त की है। जब्त मशरुका कीमत 8 लाख रुपए बताई जा रही है। इस पूरे मामले का गुरुवार को एएसपी सिटी सुखनंदन राठौर ने खुलासा किया।

दरअसल दुर्ग भिलाई के सूने मकानों में लगातार हो रही चोरियों को लेकर एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश दे रखे हैं। इस बीच वैशाली नगर व सुपेला थाना क्षेत्र के कुछ चोरियों को लेकर दीगर राज्यों से आकर भिलाई में वारदात को अंजाम देने की जानकारी पुलिस को मिली। इसे देखते एण्टी काईम साइबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय, थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक राजेश मिश्रा, थाना प्रभारी वैशाली नगर निरीक्षक ममता अली शर्मा एवं चौकी प्रभारी स्मृतिनगर उप निरीक्षक पुरुषोत्तम कुर्रे के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई के लिए लगाया गया था।

टीम द्वारा आसपास संदेहियों पर नजर रखी जा रही थी। इस बीच कई सीसी टीवी फुटेज भी खंगाले गए। कुछ सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध मोटर सायकल सवार चार व्यक्तियों एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की गई। विशेष सूत्रों के माध्यम से उक्त संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी एकत्र कर हरियाणा कुरुक्षेत्र के शाहबाद डेहा कालोनी से सुखविन्दर सिंह नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ उसने बताया कि वह अपने साथी शाहबाद निवासी कार्तिक कुमार एवं विशाल कुमार के साथ मिलकर भिलाई निवासी सुरजीत सिंह के बुलाने पर करीब 20 दिन भिलाई पहुंचा था। भिलाई में सुरजीत सिंह के बताए अनुसार 2 सूने मकानों में अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की। आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से चोरी की मशरूका 02 नग सोने की अंगूठी जब्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर भिलाई लाया गया।

भिलाई लाने के बाद आरोपी सुखविन्दर सिंह के बताये अनुसार सुरजीत सिंह को भिलाई से पकड़ा गया। पूछताछ उसने बताया कि अप्रैल महीने में अलग-अलग समय पर शाहबाद कुरूक्षेत्र हरियाणा निवासी अपने साथी कार्तिक, विशाल एवं सुखविन्दर सिंह को भिलाई बुलाया और शांति नगर, नेहरू नगर, साकेत कालोनी स्मृतिनगर के सूने मकानों में चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरी का सामान सभी ने आपास में बांट लिया। यही नहीं कुछ जेवरात को अमृतसर पंजाब निवासी अपने भाई गुरुप्रीत सिंह दे दिया। इसके बाद बचे जेवरात को सुपेला निवासी महंत देशलहरे उर्फ विक्की के माध्यम से बेच दिया।

सुरजीत सिंह ने यह भी बताया कि फरवरी माह में अपने साथी नरेश साहू उर्फ चांदी के साथ मिलकर राधिका नगर क्षेत्र में नकबजनी की घटना को अंजाम दिया। जिसमें मिले सोने के जेवरात को अपने भाई गुरुप्रीत सिंह को एवं चांदी के जेवरात को महंत उर्फ विक्की के माध्यम से बेच दिया। इसके बाद पुलिस ने नरेश साहू उर्फ चांदी को सुपेला क्षेत्र से पकड़ा। नरेश साहू ने सुरजीत सिंह के साथ मिलकर राधिका नगर में चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। उसके कब्जे से 15 हजार रुपए नगद एवं विदेशी मुद्रा दीरहम, रियाल, इण्डोनेशियन मलेशियन करेन्सी, यूरो के कुल 28 नोट जब्त किया गया।

इस पूरी कार्रवाई में एन्टी काईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग से एएसआई शमित मिश्रा, प्रणधान आरक्षक सगीर खान, प्रदीप सिंह, आरक्षक रिंकू सोनी, राकेश चौधरी, अजय गहलोत, भावेश पटेल, राकेश अन्ना, संतोष गुप्ता, पन्नेलाल, जुगनु सिंह, धीरेन्द्र, फारूख, विक्रांत यदु, थाना वैशाली नगर से एएसआई सुरेश पाण्डेय, प्रधान आरक्षक हेमन्त सिंह, आरक्षक नितेश पाण्डेय, आवेश सिद्धीकी, नियाज, जितेन्द्र सिंह एवं थाना सुपेला से एएसआई दिनेश सिंह, चौकी स्मृति नगर से एएसआई राजेन्द्र देशमुख की उल्लेखनीय भूमिका रही।