शालीमार एक्सप्रेस हादसा : रेलवे ने बताई हादसे की वजह….. CSPDCL के ड्रीलर का हेड लगने से एसी कोच के कांच टूटे


रायपुर। शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस हादसे को लेकर रेलवे ने हादसे का कारण बताया है। रविवार रात को रेलवे द्वारा अधिकृत बयान जारी कर बताया गया कि गाड़ी संख्या 18030 शालीमार एलटीटी एक्सप्रेस में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) के ड्रिलिंग मशीन के ड्रीलर का हेड लगने से ट्रेन के एसी कोच की खिड़कियों कांच टूटने की घटना हुई। रेलवे का एक भी पोल नहीं गिरा। तीन घायल यात्रियों में से एक यात्री को उपचार उपरांत घर भेजा गया दो यात्रियों नारायण हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। वहीं एक घायल को रेलवे द्वारा 50 हजार रुपए की सहायता राशि भी दी गई।

रेल मंडल रायपुर से मिली जानकारी के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में उरकुरा स्टेशन से गाड़ी संख्या 18030 शालीमार एलटीटी एक्सप्रेस गुजर रही थी। घटना स्थल पर छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) के कांट्रेक्टर  द्वारा रेलवे को संज्ञान में लाये बिना ड्रिलिंग मशीन से रेलवे लाइन के नीचे ड्रिलिंग किया जा रहा था उसी समय ड्रीलर का हेड लगने से ट्रेन के एसी कोच बी-4,बी-5,बी-6 के खिड़कियों के कांच टूटने की घटना हुई। इस हादसे में ट्रेन में चलने वाले ओबीएचएस (सफाई कर्मी) स्टाफ नारायण चंद बाग (30) व एक अन्य यात्री देवारी लाल धीवर (30) चोट आई। देवारी लाल को गंभीर चोट लगी। इन दोनों को नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ड्रिलिंग मशीन के ड्रीलर का हेड लगने से ट्रेन के एसी कोच की खिड़कियों कांच टूटे

12 साल के बच्चे की आंख के पाई आई चोट
इस हादसे में 12 साल का बच्चा अपने परिवार के साथ खड़गपुर से एलटीटी की यात्रा कर रहा था उसकी आंख के पास चोट आई। इन्हें उपचार के उपरांत परिवार सहित विशाखापट्टनम-एलटीटी एक्सप्रेस से लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए रेलवे द्वारा टिकट की व्यवस्था कर भेजा गया। रायपुर स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने के 5 मिनट के अंदर डॉक्टर एवं एंबुलेंस की टीम पहुंच गई एवं यात्रियों को प्राथमिक उपचार दिया गया और घायल यात्रियों को नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत बेहतर है।

घटना के बाद तत्काल पहुंचे डीआरएम
घटना की जानकारी लगते ही रायपुर रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) आशीष मिश्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) आरके साहू, रायपुर स्टेशन पर पहुंचे। 10.20 बजे शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस के रायपुर पहुचते ही स्टेशन पर कार्यरत सभी कर्मचारी वाणिज्य निरीक्षक, वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक,  रेलवे सुरक्षा बल के जवान तत्परता के साथ यात्रियों की देखभाल में लग गए। घायल यात्रियों को  नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया एवं अन्य सभी यात्रियों की सरंक्षा की पुष्टि के उपरांत 11:40 बजे रायपुर स्टेशन से ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया।

शालीमार एलटीटी एक्सप्रेस के कांच टूटे

चोटिल यात्रियों से डीआरएम ने की बात
चोटिल यात्रियों से मिलने नारायणा हॉस्पिटल में मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार द्वारा चोटिल यात्रियों से बात की गई उनके परिजनों से बात कर संतुष्टि जाहिर की। रेलवे द्वारा चोटिल यात्रियों के लिए बेहतरीन चिकित्सा एवं खानपान की व्यवस्था व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए । मंडल रेल प्रबंधक ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को चोटिल यात्रियों को उचित  एवं त्वरित इलाज सुनिश्चित करने तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को अनुग्रह राशि दिए जाने को सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद घायल यात्री देवारी लाल धीवर सहायक वाणिज्य प्रबंधक अविनाश कुमार आनंद द्वारा अनुग्रह राशि (Ex-Gratia)  पचास हजार (50000) रुपए सौंपी गई।

दोषियों के खिलाफ आरपीएफ ने दर्ज किया मामला
घायल यात्रियां को अस्पताल पहुंचाने के बाद सरंक्षा एवं अन्य मंडलीय अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही मुख्यालय से अधिकारियों की टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) के  अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाकर जानकारी ली गई। CSPDCL के अधिकारियों ने यह माना की घटना स्थल पर निर्धारित मानकों को अनदेखा कर ठेकेदार द्वारा कार्य संपन्न किया जा रहा था। घटना की विस्तृत जानकारी पूरी जांच होने के बाद दी जाएगी।

डीआरएम ने दिए जांच के आदेश
मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार ने इस घटना की जांच कराने का आदेश सम्बंधित अधिकारीयों को देते हुए कहा कि  भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो यात्रियों की सुरक्षा एवं सरंक्षा सर्वोपरि प्राथमिकता है। इसके सभी की निदेशित किया। साथ ही मुख्यालय ने सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड के अधिकारीयों द्वारा एसएजी (SAG) लेवल की जांच के आदेश दिए हैं।