ताईक्वांडो खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय से की मुलाकात


अंबिकापुर। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जगह बनाने वाले अंबिकापुर के ताईक्वांडो खिलाड़ियों ने बगिया स्थित सीएम कैम्प कार्यालय में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय से सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान उन्होनें खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए,हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

खिलाड़ियों के प्रशिक्षक कांस्टेबल राधेश्याम मानिकपुरी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा 2017 से युवाओं को ताईक्वांडो का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होनें बताया कि 5 से 7 जुलाई तक रायगढ़ में आयोजित प्रदेश स्तरीय ताईक्वांडों प्रतियोगिता में अंबिकापुर जिले के 42 खिलाड़ी शामिल हुए। इस दौरान खिलाड़ियों ने 5 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 कांस्य पदक हासिल करने में सफलता प्राप्त की है। खिलाड़ी मानसी सिंह ने श्रीमती कौशल्या साय को बताया कि पुलिस विभाग की ओर से उन्हें ताईक्वांडो का प्रशिक्षण देने के लिए बेहतर व्यवस्था की गई हैं। इसका उन्हें लाभ भी मिल रहा है। यही कारण है कि वे प्रदेश स्तरीय प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल प्राप्त करने में सफल रही है। खिलाड़ी आरूषी कश्यप ने भी ताईक्वांडो प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा से जुड़ी बातों को श्रीमती कौशल्या साय से साझा किया।

सीएम श्री साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने युवा खिलाड़ियों के लिए अंबिकापुर के पुलिस विभाग की ओर से की गई पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि युवाओं की उर्जा और उत्साह का सही दिशा में प्रयोग करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा उठाया गया बेहतरीन कदम है। उन्होनें खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि खेल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। क्रीड़ा संबंधी गतिविधियां हमारे सामाजिक बंधन को और अधिक मजबूत करती है। उन्होनें नेशनल के लिए चयनित होने वाले खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए सरकार की ओर से हर संभव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नेतृत्व वाली सरकार,प्रदेश में खेल को प्रोत्साहित करने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही है। उन्होने बताया कि जशपुर में अंर्तराष्ट्रीय स्तर का हॉकी मैदान का निर्माण और कुनकुरी में खेल अकादमी की घोषणा हो चुकी है। सरकार का लक्ष्य प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को ओलंपिक तक पहुंचाने का है। श्रीमती कौशल्या साय ने पदक विजेता खिलाड़ियों को पदक पहना कर सम्मानित किया।