असम में कुकी समुदाय के लोगों पर पुलिस का लाठीचार्ज: जिरीबाम में मारे गए 10 कुकी उग्रवादियों का शव लेने के लिए कर रहे थे प्रदर्शन


जिरिबाम। असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SMCH) के बाहर पुलिस और कुकी समुदाय के लोगों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया। दरअसल, मणिपुर के जिरीबाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 उग्रवादियों के परिजन उनके शव मांगने के लिए अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।

असम पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि शव मणिपुर पुलिस को सौंपे जाएंगे, लेकिन परिजन शव वहीं सौंपे जाने की मांग करते हुए पत्थरबाजी पर उतर आए। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसके बाद हालात काबू में आए और परिजन मणिपुर पुलिस से शव लेने पर सहमत हुए। अब शवों को मणिपुर के चुराचांदपुर एयरलिफ्ट किया जा रहा है।

मणिपुर के जिरिबाम जिले में 11 नवंबर को CRPF जवानों ने एनकाउंटर में 10 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था। घटना दोपहर 2.30 बजे बोरोबेकेरा के जकुराडोर करोंग इलाके में हुई थी। यहां के पुलिस स्टेशन और CRPF चौकी पर इन उग्रवादियों ने हमला किया था। जवाबी कार्रवाई के दौरान CRPF का एक जवान घायल हो गया, उसका असम के सिलचर में इलाज जारी है। ये इलाका असम सीमा से लगा हुआ है।

पुलिस स्टेशन के नजदीक ही मणिपुर हिंसा में विस्थापित लोगों के लिए एक राहत शिविर है। यहां रह रहे लोग कुकी उग्रवादियों के निशाने पर हैं। शिविर पर पहले भी हमले हो चुके हैं। एहतियातन इस इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई और अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक उग्रवादी सैनिकों जैसी वर्दी पहने थे। इनके पास से 3 AK राइफल, 4 SLR , 2 इंसास राइफल, एक RPG, 1 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन बरामद हुई हैं।