Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए गौतम अदाणी ने कहा है कि धीरे-धीरे सभी चीजों से पर्दा उठ जाएगा। जीत सत्य की ही होगी।
अडाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 6 मेंबर्स एक्सपर्ट कमेटी बना दी है। रिटायर्ड जज एएम सप्रे इस कमेटी के हेड होंगे। उनके साथ इस कमेटी में जस्टिस जेपी देवधर, ओपी भट, एमवी कामथ, नंदन नीलेकणि और सोमशेखर सुंदरेसन शामिल होंगे। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने गुरुवार को यह आदेश दिया।
इससे पहले खबर आई थी कि क्रेडिट प्रोफाइल को सुधारने के लिए ग्रुप शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए 5705 से 6532 करोड़ रुपए (69 से 79 करोड़ डॉलर) के कर्ज को समय से पहले चुकाने की योजना बना रहा है। माना जा रहा है कि कंपनी मार्च के महीने में ही इन कर्जों का समयपूर्व भुगतान कर सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी ग्रीन एनर्जी अपने 2024 के बॉन्ड्स को तीन साल के लिए 80 करोड़ डॉलर (लगभग 6615 करोड़ रुपए) के क्रेडिट लाइन पर रीफाइनेंस करने की योजना बना रहा है। बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के कई शेयरों में 80 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है।
शीर्ष अदालत हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। अदालत ने कहा कि किसी भी स्थिति में निवेशकों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। शीर्ष अदालत ने 17 फरवरी को अपने आदेश को सुरक्षित रखते हुए अडानी-हिंडनबर्ग मामले की पृष्ठभूमि में निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियामक तंत्र से संबंधित समिति के सदस्यों के नाम मांगे थे। केंद्र द्वारा सीलबंद लिफाफे में दिए जाने वाले सुझाव को मानने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया और कहा कि वह चाहती है कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता रखी जाए।