चीन बना रहा दुनिया का पहला ‘जंगल शहर’, गगनचुंबी इमारतें, ऑटोमेटिक ट्रांसपोर्ट


पेइचिंग। एक ओर जहां दुनियाभर के वैज्ञानिक ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर लगातार चेतावनी दे रहे हैं, वहीं अभी भी अधिकांश लोग इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं हैं। धरती और इसके भविष्य पर उठ रहे गंभीर सवालों के बीच दुनिया के कई देश अपने-अपने स्तर पर ग्लोबल वॉर्मिंग व जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। चीन ने भी ऐसी ही एक पहल की है। पिछले कुछ समय से चीन पर्यावरण संरक्षण की कोशिशों में लगा है। इसी कड़ी में यहां दुनिया का पहला ‘जंगल शहर’ (फॉरेस्ट सिटी) बनाया जा रहा है। कार्बन गैसों के उत्सजर्न का असर कम करने के लिए यहां ऐसे शहर बनाए जा रहे हैं, जो घने जंगलों के बीच होंगे।

दुनिया के इस पहले ‘जंगल शहर’ का डिजाइन स्टेफानो बोऐरी ने तैयार किया है। चीन के ग्वांशी प्रांत के ल्यूझो में इस शहर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस शहर का निर्माण पूरा हो जाने के बाद यहां 30,000 लोग रह सकेंगे। इसमें 100 से अधिक प्रजातियों के लगभग 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा यहां 40,000 के करीब पेड़ भी लगाए जाएंगे। यहां आपको हर जगह पेड़ ही पेड़ दिखाई देंगे। ये पेड़ हर साल 10,000 टन कार्बन डायॉक्साइड अवशोषित कर करीब 900 टन ऑक्सिजन उत्सर्जित करेंगे। इससे पहले चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा तैरने वाला सोलर फार्म भी बनाया था।

ल्यूझो की यह नई फॉरेस्ट सिटी मौजूदा ल्यूझो शहर के साथ तेज-गति के रेलवे नेटवर्क और इलेक्ट्रिक कारों की सर्विस से जुड़ी होगी। इसमें कई स्कूल और अस्पताल भी बनाए जाएंगे। जंगल के बीच बसे इस शहर को बिजली के मामले में भी आत्मनिर्भर बनाए जाने की योजना है।