साइबर क्राइम रोकने भारत सरकार का बड़ा कदम: इस नई टेक्नाेलॉजी से पकड़ाएंगे आरोपी

नई दिल्ली। साइबर ठगों से निपटने के लिए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इस दिशा में गृह मंत्री अमित शाह ने I4C यूनिट के कामकाज की समीक्षा की और देशभर में साइबर ठगों से निपटने के लिए तैयार किए गए टोल फ्री नंबर 1930 की उपयोगिता को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए

नई दिल्ली। साइबर ठगों से निपटने के लिए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इस दिशा में गृह मंत्री अमित शाह ने I4C यूनिट के कामकाज की समीक्षा की और देशभर में साइबर ठगों से निपटने के लिए तैयार किए गए टोल फ्री नंबर 1930 की उपयोगिता को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए.

गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय साइबर सुरक्षा समन्वय समिति यानी “I4C” की समीक्षा बैठक के दौरान एजेंसियों और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल पर भी विशेष जोर दिया. मंगलवार (28 मार्च) को गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली स्थित I4C के कार्यालय का निरीक्षण किया और देश में बढ़ रहे साइबर अपराध से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए.

नफीस के जरिये पकड़े जाएंगे क्रिमिनल

गृह मंत्रालय की पहल पर तैयार किए गए नफीस यानि नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम पर अबतक अपराधियों के 1 करोड़ 5 लाख 80 हजार 266 रिकॉर्ड को इंटीग्रेट किया जा चुका है. जिसके जरिये जब कोई घटना होगी तब अपराधियों के फिंगर प्रिंट का मिलान करके उसे दबोचा जा सकेगा. इसे 17 अगस्त 2022 को शुरू किया गया है. इसके जरिये मार्च 2023 तक 23 हजार 378 बार चेक किया जा चुका है.