MP चुनाव : भगवामय हुआ कांग्रेस कार्यालय, इस पार्टी को टक्कर देने की तैयारी

भोपाल: मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति बदल दी है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजीब नजारा देखने को मिला है। भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पहली बार भगवा रंग के झंडे लगाए गए हैं।

भोपाल: मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति बदल दी है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजीब नजारा देखने को मिला है। भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पहली बार भगवा रंग के झंडे लगाए गए हैं। कांग्रेस कार्यालय के बाहर का हिस्सा हो या अंदरूनी सजावट, हर जगह भगवा रंग दिखाई दे रहा है। दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रविवार को कांग्रेस पुजारी प्रकोष्ठ का एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है। पार्टी ने इसे धर्म संवाद एवं मठ मंदिर स्वायत्त संकल्प दिवस के रूप में आयोजित किया है। कहा जा रहा है कि प्रदेश में पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिला है जब कांग्रेस ऑफिस में भगवा झंडे लगाए गए हों।

इस आयोजन के चलते कांग्रेस कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है। खास बात यह है कि इस बार पर ऑफिस को भगवा रंग दिखाई दे रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि सुधीर भारती ने मीडिया को बताया कि धर्म संवाद कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के जनप्रतिनिधि, जिला अध्यक्ष, मठ-मंदिरों के महंत और पुजारी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने हिन्दुत्व के प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है।

ऐसे आयोजन का क्या है उद्देश्य?
मध्य प्रदेश में अगले 6 से 7 महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। कई बार भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं कि वह हिंदू धर्म का सम्मान नहीं करती और अन्य धर्म के नागरिकों को बढ़ावा देती है। ऐसे आरोपों का जवाब देने के लिए कांग्रेस ने इस तरह का आयोजन किया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इन दिनों प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। छिंदवाड़ा में उनकी ख्याति हनुमान भक्त के रूप में है। छिंदवाड़ा के पास अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव शिकारपुर में कमल नाथ ने भव्य हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करवाई है, लेकिन इस बात का ज्यादा प्रचार-प्रसार कांग्रेस नहीं कर पाई।

इस बार बीजेपी का फोकस छिंदवाड़ा है। इसके लिए बीजेपी ने हिंदुत्व राजनीति का प्रमुख चेहरा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को छिंदवाड़ा में प्रोजेक्ट किया है। वह लगातार दौरे कर रहे हैं। ऐसे में कमल नाथ इस बात को साफ समझ चुके हैं कि इस बार के चुनाव में भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे पर चुनाव लड़ेगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अभी से अपना भगवा मोहरा चल दिया है। ऐसे में कांग्रेस कोई भी ऐसा मुद्दा भाजपा के हाथ में नहीं देना चाहती जिससे कि उसकी छवि एन्टी हिन्दुत्व की हो।

BJP की चुनौती क्यों बने हैं कमल नाथ?
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर भाजपा जीती थी। पूरे देश में मोदी लहर थी, लेकिन छिंदवाड़ा कांग्रेस का अभेद किला बना रहा। विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 के चुनाव में भाजपा इस किले को फतह करना चाहती है। वर्तमान में छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कमलनाथ विधायक हैं। वहीं, छिंदवाड़ा संसदीय सीट से उनके बेटे नकुलनाथ सांसद हैं।