लंगड़ा आम तो खाया होगा आपने, तो इसके नाम का राज भी जान लें

नई दिल्ली: आपने कभी न कभी आम जरूर खाया होगा। कई लोगों का फेवरेट फ्रूट आम होता है। भारत के आम दुनियाभर में मशहूर हैं। माना जाता है कि देशभर में करीब 1500 वैरायटी के आम पाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है 'लंगड़ा आम'।

नई दिल्ली: आपने कभी न कभी आम जरूर खाया होगा। कई लोगों का फेवरेट फ्रूट आम होता है। भारत के आम दुनियाभर में मशहूर हैं। माना जाता है कि देशभर में करीब 1500 वैरायटी के आम पाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है ‘लंगड़ा आम’। हाल ही में बनारसी लंगड़ा आम को जीआई टैग भी मिला है। बनारसी लंगड़ा आम की देशभर में सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। अगर आप भी आम खाने के शौकीन हैं, तो कभी न कभी इसके स्वाद को जरूर चखा होगा। लेकिन कभी सोचा है कि आखिर इसका नाम लंगड़ा क्यों पड़ा। आज हम आपको लंगड़ा आम के नाम की कहानी और इतिहास बताने जा रहे हैं।

कैसे पड़ा नाम?

लंगड़ा आम की कहानी तो आपको पता चल गई , लेकिन अब सोच रहे होंगे कि इसका नाम कैसे पड़ा। दरअसल, साधु ने जिस पुजारी को आम के पेड़ों का ख्याल रखने की जिम्मेदारी वो दिव्यांग था। उन्हें सब ‘लंगड़ा पुजारी’ के नाम से जानते थे। इसलिए आम की इस किस्म का नाम भी ‘लंगड़ा आम’ पड़ गया। आज भी इसे लंगड़ा आम या बनारसी लंगड़ा आम कहा जाता है।