संगठन रिव्यू : कांग्रेस में जिलाध्यक्षों के धीमे काम पर हो सकती है कार्रवाई , नियुक्त किए जाएंगे प्रदेश…

रायपुर। कांग्रेस में चुनावी बैठकें शुरू हो चुकी है। ओबीसी मोर्चा, निगम और प्रकोष्ठों की बैठकों में चुनावी जिम्मेदारियां बांटने के बाद अब जिले स्तर पर संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू होने जा रही है। आज से कांग्रेस प्रदेश सह प्रभारी विजय जांगिड़ जिलों के दाैरे पर निकलने वाले हैं। बताया जा रहा है कि हर जिलाध्यक्ष से उनके कार्यकाल में किये गए बड़े कामों का ब्यौरा मांगा जाएगा।

रायपुर। कांग्रेस में चुनावी बैठकें शुरू हो चुकी है। ओबीसी मोर्चा, निगम और प्रकोष्ठों की बैठकों में चुनावी जिम्मेदारियां बांटने के बाद अब जिले स्तर पर संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू होने जा रही है। आज से कांग्रेस प्रदेश सह प्रभारी विजय जांगिड़ जिलों के दाैरे पर निकलने वाले हैं। बताया जा रहा है कि हर जिलाध्यक्ष से उनके कार्यकाल में किये गए बड़े कामों का ब्यौरा मांगा जाएगा। इसके साथ ही प्रभारी मंत्री और महामंत्री कब-कब दौरे पर आए इसकी समीक्षा भी की जाएगी। जो जिले कमजोर हैं, वहां कार्रवाई भी होगी। कमजोर जिलों में कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त किये जा सकते हैं।

चुनाव के पहले बदलाव तय : कांग्रेस राष्ट्रीय अधिवेशन में ही यह बात तय हो गई थी कि सीडब्ल्यूसी के बाद पीसीसी में बदलाव होंगे। मंगलवार को दिल्ली से लौटकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ओर इशारा किया है। यह बदलाव प्रदेश स्तर से लेकर जिले स्तर तक जा सकता है। सूत्रों की मानें तो चुनाव के पहले कई जिलों में जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं या उनकी जगह पर कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त हो सकते हैं।

प्रदेश सचिव की नियुक्ति

जिलाें में बदलाव से पहले 90 प्रदेश सचिव की नियुक्ति हो सकती है। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को जिम्मेदारी दी गई है। प्रभारी कुमारी सैलजा ने भी सीडब्ल्यूसी के बाद प्रदेश में बदलाव की बात कही है। बताया जा रहा है कि बदलाव की शुरुआत प्रदेश सचिव से ही होगी। वर्तमान में 134 सचिव नियुक्त हैं।