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भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में रहने वाले लगभग 200 से अधिक लोगों ने भिलाई नगर निगम को 7 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगाया है। इन लोगों ने निगम को फर्जी चेक देकर अपने आवासीय और व्यवसायिक प्रतिष्ठान का प्रापर्टी टैक्स तो पटा दिया, लेकिन जब निगम ने चेक बैंक लगाया तो खाते में पैसे न होने चेक बाउंस हो गया। भिलाई निगम में यह गोरख धंधा पिछले ढाई सालों से चला आ रहा है। भिलाई निगम अब ऐसे लोगों के खिलाफ FIR की तैयारी कर रहा है।
फर्जी चेक के आधार पर प्रॉपर्टी टैक्स पटाकर निगम के साथ फ्राड करने वालों में अधिकतर कांग्रेस और बीजेपी के नेता बताए जा रहे हैं। इसके चलते निगम के जिम्मेदार अधिकारी भी इस सच्चाई को छिपाए हुए थे। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने ये बात निगम आयुक्त रोहित व्यास के संज्ञान में लाई तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने टैक्स से संबंधित अधिकारियों को बुलाया और पूछा तो उन्होंने भी यही बात बताई। इसके बाद निगम आयुक्त ने ऐसे सभी लोगों की लिस्ट बनाकर देने का निर्देश दिया है। निगम आयुक्त रोहित व्यास ने भास्कर को बताया कि उनके संज्ञान में ऐसे 85 लोगों के नाम सामने आए हैं और भी लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। ऐसा करने वाले सभी लोगों के खिलाफ निगम की तरफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यदि इसमें निगम के अधिकारी कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
निगम को जारी करनी पड़ी अपील
पिछले दो से ढाई सालों में निगम को 7 करोड़ का चूना लगने की खबर से निगम में हड़कंप मचा हुआ है। निगम आयुक्त रोहित व्यास ने इसे लेकर एक अपील तक जारी की है। उन्होंने भिलाई निगम के करदाताओं से अपील की है कि यदि कोई चेक के माध्यम से टैक्स अदा करता है तो वो अपने खातों में टैक्स की राशि का बैलेंस मेंटेन करके रखे। खाते में राशि कम होने से यदि चेक बाउंस होता है तो इस स्थिति में निगम ऐसे करदाता के खिलाफ एफआईआर कराएगा।
नहीं बताए जा रहे फ्राड करने वालों के नाम
भिलाई निगम इस तरह का फ्राड करने वालों का नाम उजागर नहीं कर रहा है। निगम के मुताबिक उनके नॉलेज में ऐसे 56 मामले हैं। इसमें जोन क्रमांक 1 से 12 मामले और वैशाली नगर, मदर टैरेसा नगर, खुर्सीपार और सेक्टर क्षेत्र जोन 5 से भी दर्जनों की संख्या में मामले हैं। भिलाई निगम के नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि ऐसे 200 से अधिक मामले हैं, निगम कई नामों को छिपाने का काम कर रहा है।