अक्षय तृतीया कल : आखिर क्यों खरीदा जाता इस दिना सोना, जानें पूजा के नियम

आस्था। अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है. इस दिन विवाह के साथ गृह प्रवेश, सगाई, मुंडन और यज्ञोपवित आदि शुभ संस्कार भी किए जा सकते हैं. माना जाता है कि यह दिन इतना शुभ होता है कि यह हर किसी के जीवन में सौभाग्य और सफलता लाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा के साथ शुभ चीजों जैसे सोना-चांदी की खरीदारी करने से कभी धन के भंडार खाली नहीं होते, वहीं आर्थिक तंगी दूर होती है.

आस्था। अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है. इस दिन विवाह के साथ गृह प्रवेश, सगाई, मुंडन और यज्ञोपवित आदि शुभ संस्कार भी किए जा सकते हैं. माना जाता है कि यह दिन इतना शुभ होता है कि यह हर किसी के जीवन में सौभाग्य और सफलता लाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा के साथ शुभ चीजों जैसे सोना-चांदी की खरीदारी करने से कभी धन के भंडार खाली नहीं होते, वहीं आर्थिक तंगी दूर होती है. आइए जानते हैं अक्षय तृतीया पर खरीदारी का मुहूर्त, इस दिन किन चीजों की खरीदारी कर सकते हैं.

अक्षय तृतीया पर कब करें खरीदारी

22 अप्रैल 2023 को सुबह 07.49 मिनट से 23 अप्रैल 2023 को सुबह 07.47 मिनट तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है.

अक्षय तृतीया करें इन चीजों की खरीदारी?

अक्षय तृतीया पर सोने या चांदी से बने आभूषण, भूमि, भवन, वाहन, बर्तन, मशीनरी सामान, फर्नीचर, कपड़े, आदि खरीदना शुभ होता है. इस दिन नए कार्य की शुरुआत करने से उसमें सफलता प्राप्त होती है. वहीं मूल्यवान चीजों की खरीदी करने पर लंबे समय तक वह शुभ फल प्रदान करती है.

अक्षय तृतीया पर सोने के अलावा क्या- क्या खरीद सकते हैं?

वैसे तो इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ होता है, लेकिन यदि किसी वजह से आप सोना नहीं खरीद पा रहे हैं, तो कुछ और चीजें भी हैं, जिन्हें खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही ये चीजें भी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की कृपा दिलाती हैं. दक्षिणावर्ती शंख, श्रीयंत्र, जौ, मटकी, कौड़ी. ये सभी चीजें मां लक्ष्मी को प्रिय है जिसमें जौ को सृष्टि का सबसे पहला अन्न माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जौ भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है. इस दिन घर में जौ लाने से लक्ष्मी का वास होता है.

क्यों अक्षय तृतीया पर खरीदा जाता है सोना ?

पौराणिक कथाओं के अनुसार वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को ब्रह्म देव के पुत्र अक्षय कुमार की उत्पत्ति हुई थी. इसलिए इस तिथि को अक्षय तृतीया कहते हैं. धार्मिक मान्यता है कि अक्षय तृतीया तिथि को आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसका चार गुना फल अक्षय रहता है. सोना चूंकी माता लक्ष्मी का भौतिक स्वरूप है वहीं अक्षय तृतीया का दिन स्वंयसिद्ध होता है. इसलिए इस दिन सोना खरीदने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती है और साधक पर मेहरबान रहती हैं.