अंतरिक्ष में भारत का बढ़ता कद, ISRO ने लॉन्च किए सिंगापुर के 2 सैटेलाइट, जानें खासियत

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार (22 अप्रैल) को अपने एक और बड़े मिशन पर पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) को लॉन्च कर दिया है. इस रॉकेट ने सिंगापुर के दो बड़े सैटेलाइट और एक इन-हाउस प्लेटफॉर्म के साथ उड़ान भरी. 

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार (22 अप्रैल) को अपने एक और बड़े मिशन पर पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) को लॉन्च कर दिया है. इस रॉकेट ने सिंगापुर के दो बड़े सैटेलाइट और एक इन-हाउस प्लेटफॉर्म के साथ उड़ान भरी. 

बता दें कि, PSLV-C55 मिशन आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2:19 बजे लॉन्च हुआ. यह पीएसएलवी (PSLV) की 57वीं उड़ान है और पीएसएलवी कोर अलोन कॉन्फिगरेशन का इस्तेमाल करने वाला 16वां मिशन है. इस मिशन को टीएलईओएस-2 नाम दिया गया था. 

ऑर्बिट में भेजी गई सैटेलाइट 

इसरो (ISRO) ने सिंगापुर के दो सैटेलाइट लॉन्च करने के बारे में अपने ट्विटर हैंडल पर भी जानकारी दी थी. इसरो ने बताया था कि शनिवार को श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी रॉकेट PSLV-C55 सिंगापुर के 741 किलो वजनी सैटेलाइट TeLEOS-2और 16 किलो वजन वाले लुमिलाइट-4 सैटेलाइट ऑर्बिट में भेजेगा. 

जानें क्या है खासियत

TeLEOS-2 एक रडार सैटेलाइट है. इसे सिंगापुर के डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी एजेंसी ने तैयार किया है. ये सैटेलाइट अपने साथ सिंथेटिक अपर्चर रडार लेकर जाएगा और इससे दिन-रात मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी. 

दूसरी सैटेलाइट LUMELITE-4 है, ये एडवांस सैटेलाइट है जिसका वजन 16 किलो है. इसे एक बहुत ही उच्च आवृत्ति डेटा विनिमय प्रणाली को प्रदर्शित करने के लिए विकसित किया गया है. सैटेलाइट को सिंगापुर की ई-नेविगेशन समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देने और वैश्विक शिपिंग समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है.