बड़ी खबर: भिलाई में 2 शराब कारोबार‍ियों के ठिकानों पर ED ने मारा छापा, 2000 करोड़ के स्कैम से सीधा कनेक्शन

भिलाई। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने मंगलवार की सुबह भिलाई में नेहरू नगर व पास की एक और कॉलोनी में शहर के दो बड़े शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. इन दोनों का नाम अनवर ढेबर से पूछताछ के बाद आया था.

भिलाई। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने मंगलवार की सुबह भिलाई में नेहरू नगर व पास की एक और कॉलोनी में शहर के दो बड़े शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. इन दोनों का नाम अनवर ढेबर से पूछताछ के बाद आया था. बता दें कि प्रदेश में शराब घोटाले की शिकायत सामने आने के बाद ईडी ने लगातार पतासाजी की और फिर इस मामले में रायपुर महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर के खिलाफ सबूत जुटाते हुए उसकी गिरफ्तारी की. पूछताछ के बाद जानकारी सार्वजन‍िक की गई कि अनवर के बनाए शराब सिंडिकेट ने आबकारी व विपणन संघ के बड़े अफसरों के साथ 2000 करोड़ रुपये का कथित घोटाला किया गया है. वहीं अब पूछताछ के आधार पर सीधा कनेक्शन म‍िलने के बाद ही ये छापेमारी की गई है.

मकान मिला खाली, बेचने की थी तैयारी

जानकारी म‍िली है कि ईडी के अफसर मंगलवार की सुबह स्मृति नगर में जिस शराब कारोबारी के घर पहुंची थी, वहां टीम के हाथ कुछ भी नहीं लगे हैं. बताया जा रहा है कि कारोबारी ने पहले से ही घर खाली कर दिया था और वह अब मकान को बेचने की तैयारी में है.

ये है असल मामला

छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने रायपुर महापौर एजाज के भाई अवर ढेबर को गिरफ्तार कर 4 दिनों की रिमांड पर रखा है. इसी बीच ईडी ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अनवर ने राजनीतिक पहुंच का लाभ उठाकर उसने बड़ा आपराधिक सिंडिकेट बना रखा था. उनके जरिए कई बड़े आबकारी अफसरों और विपणन संघ से साठगांठ कर सरकारी शराब की बिक्री के समानांतर उन्हीं दुकानों में अवैध शराब की बिक्री, सप्लायरों व डिस्टीलरी, बॉटल कंपनियों आदि से कमीशन आदि के जरिए 3 सालों में 2000 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई है. पूर्व की जांच और वर्तमान में की गई पूछताछ में भिलाई के इन कारोबारियों की भी इस कथित घोटाले में संलिप्तता उजागर हुई है. उसी के बार कार्रवाई की जा रही है.