CG ट्रेन लेट का रिपोर्ट : चलती कम, रुकती ज्यादा हैं देश में सबसे लेट, 40 गाड़ियां रोज 8 घंटे तक देर से

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए बेचैन करने वाली खबर यह है कि देशभर में जितने भी इलाकों में ट्रेनें चल रही हैं, उनमें यहां की ट्रेनें सबसे लेट हैं। रेलवे की एक सप्ताह की परफार्मेंस रिपोर्ट यह तो बताती है कि साउथ-ईस्टर्न-सेंट्रल रेलवे यानी एसईसीआर (बिलासपुर जोन) मालगाड़ियां चलाने में और 24 हजार करोड़ रुपए सालाना कमाई करके देश में टाॅप है, लेकिन इसी रिपोर्ट में यह तथ्य भी है कि यहां 45 फीसदी यात्री ट्रेनें ही समय पर चल पाई हैं।

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए बेचैन करने वाली खबर यह है कि देशभर में जितने भी इलाकों में ट्रेनें चल रही हैं, उनमें यहां की ट्रेनें सबसे लेट हैं। रेलवे की एक सप्ताह की परफार्मेंस रिपोर्ट यह तो बताती है कि साउथ-ईस्टर्न-सेंट्रल रेलवे यानी एसईसीआर (बिलासपुर जोन) मालगाड़ियां चलाने में और 24 हजार करोड़ रुपए सालाना कमाई करके देश में टाॅप है, लेकिन इसी रिपोर्ट में यह तथ्य भी है कि यहां 45 फीसदी यात्री ट्रेनें ही समय पर चल पाई हैं। 40 ट्रेनें ऐसी हैं, जो रोजाना समान भाव से 3 से 8 घंटे तक लेट चली हैं।

देशभर में 12 जोन हैं, जिनमें यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी में रेलवे का बिलासपुर जोन (यह पूरा छत्तीसगढ़ कवर करता है) पहले नंबर पर है। यह आंकड़े रेलवे बोर्ड की ओर से ट्रेनों की समयबद्धता की हर हफ्ते की जा रही माॅनीटरिंग की रिपोर्ट से आए हैं।यह माॅनीटरिंग इसलिए की जा रही है ताकि यात्री ट्रेनों के चलने की स्थिति सामने आए, ताकि देरी के कारण ढूंढकर उन्हें दूर किया जा सके। मालगाड़ियां चलाने को प्राथमिकता देना इसकी बड़ी वजह माना जा रहा है। यह बात भी आई है कि पूरे देश में मालगाड़ियों को रोककर यात्री ट्रेनों को आगे निकाला जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में जंबों मालगाड़ियों के लिए यात्री ट्रेनें कहीं भी घंटों रोक दी जा रही हैं।