Durg News : किशोरी के अंतिम संस्कार को लेकर मृतका के परिवार और ग्रामीणों के बीच जमकर बवाल


Durg News : दुर्ग ! अमलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम उफरा में एक किशोरी के शव को अंतिम संस्कार को लेकर मृतका के परिवार और ग्रामीणों के बीच जमकर बवाल हुआ। कारण ये था कि मृतका का परिवार दूसरे धर्म को मानने लगा है और मौत के बाद वे लोग हिंदुओं के मुक्तिधाम में शव दफनाने पहुंच गए थे। इसकी जानकारी लगने पर ग्रामीण मुक्तिधाम पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। दोनों पक्षों के बीच तकरार बढ़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद पुलिस की उपस्थिति में जेसीबी बुलवाकर गड्ढा खोदकर किशोरी के शव को दफन किया गया।

Durg News : दरअसल पूरा मामला अम्लेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उफरा का है। जहां रहने वाली माधुरी निषाद करीब 20 दिन पहले ग्राम झीट में सड़क हादसे का शिकार हो गई थी। रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जहां शनिवार की रात को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद रविवार को उसकी लाश को घर लाया गया। परिवार वाले शव लेकर गांव के मुक्तिधाम में पहुंचे तो विवाद शुरू हो गया। ग्रामीणों का कहना था कि मृतका का पूरा परिवार दूसरे धर्म को मानता है तो उन्हें अपने समुदाय के कब्रिस्तान में शव को दफन करना चाहिए। यदि वे हिंदू मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करते हैं तो उन्हें हिंदू रीति रिवाज से क्रियाक्रम करना पड़ेगा।

यही नहीं उन्हें तिथिवार मुंडन और दशगात्र के भी कार्यक्रम करने होंगे। मृतका के परिवार वाले इसके लिए तैयार नहीं हुए और उन्होंने अपने घर के पीछे की बाड़ी में शव को दफनाने की बात कही। इस पर भी ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। ग्रामीणों का कहना था कि मृतका के परिवार वाले और उनके रिश्तेदार शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा कर के निवासरत हैं और वे जिस जगह पर शव को दफनाना चाहते हैं वो भी शासकीय जमीन है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि यदि घर के पीछे शव दफनाया गया तो आगे चलकर वहां पर चर्च का निर्माण कर लेंगे। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच चर्चा कर घर के पीछे ही शव दफनाने की सहमति बनी। इसके बाद शव को दफन किया गया।


जानकारी के अनुसार दो साल पहले माधुरी निषाद के पिता राजकुमार निषाद की मौत के बाद भी ऐसी ही स्थिति बनी थी। उस समय भी ग्रामीणों ने गांव के मुक्तिधाम में शव के अंतिम संस्कार का विरोध किया था। जिसके बाद परिवार वालों ने महादेव घाट पर जाकर शव को दफनाया था। इस बारे में एसडीओपी देवांश राठौर ने बताया कि घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनों पक्षों से चर्चा करने के बाद मामले को शांत करवाया गया और घर के पीछे की जमीन पर शव को दफनाया गया है।