Surguja Crime : झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा इलाज, महिला की मौत


Surguja Crime : सरगुजा !  सीतापुर थाना क्षेत्र में इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई । निजी मेडिकल स्टोर का संचालक जो कि झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा इलाज महिला का इलाज किया जा रहा था इस दौरान महिला की मौत हो गई । मृत महिला का शव को समुदायिक स्वाथ्य केंद्र सीतापुर में अपनी निजी वाहन से छोड़कर भाग जाने की घटना सीतापुर में घटी है।

दरअसल सीतापुर में संचालित मिश्रा फार्मेसी का संचालक डॉक्टर निरंजन मिश्रा जोकि फर्जी डिग्री के आधार पर एक महिला का इलाज कर रहा था जिसके पास कोई भी वैध लाइसेन्स नही है । वही निरंजन मिश्रा के द्वारा महिला को बोतल चढ़ा देने के बाद उसकी सांस फूलने लगी थी । आनन फानन में बोतल निकाल दिया गया उसके बाद महिला की मौत हो गई मौत होने के उपरांत स्वयं मेडिकल संचालक मिश्रा के द्वारा सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतक महिला की लाश को पहुँचा कर भाग गया वहीं जब इस बात की सूचना परिजनों को लगी तो परिजनों के द्वारा हंगामा किया गया और थाने में लिखित सूचना भी दर्ज कराई गई सूचना के बाद प्रशासन ने निजी चिकित्सालय को सील कर दिया है।

Surguja Crime बता दे कि पूर्व में भी 4 वर्ष पहले इस क्लीनिक पर प्रशासनिक कार्यवाही सील हो चुकी है बावजूद किसके सह और मिलीभगत से यह दोबारा इलाज कर रहा था यह तो जांच का विषय है । मिश्रा फार्मेसी के पास किसी भी प्रकार की कोई लाइसेंस भी नहीं है मृत महिला के शव का आज पोस्टमार्टम करने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। बहरहाल बता दे की सरगुजा जिले में कई ऐसे अवैध क्लिनिक संचालित है जहां भोले भाले सीधे-साधे ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए लोगों का इलाज करने की लापरवाही चल रही है और बड़े पैमाने पर निजी अस्पताल जो की झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा संचालित की जा रही है।

इन पर भी कार्यवाही करने की बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा कहा गया ।

इलाज के दौरान हुई महिला की मौत वही निजी मेडिकल स्टोर संचालक झोलाछाप डॉक्टर इलाज के दौरान मृतिका की मौत हो जाने के बाद शासकीय चिकित्सालय में निजी वाहन से छोड़कर भाग जाने की घटना सीतापुर में घटी है दरअसल सीतापुर में संचालित मिश्रा फार्मेसी का संचालक डॉक्टर निरंजन मिश्रा जोकि फर्जी डिग्री के आधार पर एक महिला का इलाज कर रहा था वही निरंजन मिश्रा के द्वारा महिला को बोतल चढ़ा देने के बाद उसकी सांस फूलने लगी थी आनंद-खनन में बोतल निकाल दिया गया उसके बाद महिला की मौत हो गई मौत होने के उपरांत स्वयं मेडिकल संचालक मिश्रा के द्वारा सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृतक महिला की लाश को पहुंच कर भाग गया वहीं जब इस बात की सूचना परिजनों को लगी तो परिजनों के द्वारा हंगामा किया गया और थाने में लिखित सूचना भी दर्ज कराई गई सूचना के बाद प्रशासन ने निजी चिकित्सालय को सील कर दिया है वहीं पूर्व में भी 4 वर्ष पहले इस क्लीनिक पर प्रशासनिक कार्यवाही हो चुकी है बावजूद किसके सा पर यह दोबारा इलाज कर रहा था या तो जांच का विषय है मिश्रा फार्मेसी के पास किसी भी प्रकार की कोई वेद लाइसेंस भी नहीं है वहीं महिला का आज पोस्टमार्टम करने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी 12 नंबर बता दे की सरगुजा जिले में कई ऐसे अवैध क्लिनिक संचालित है जहां भोले भाले सीधे-साधे ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए लोगों का इलाज करने की लापरवाही चल रही है और बड़े पैमाने पर निजी अस्पताल जो की झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा संचालित की जा रही है !