Durg Breaking : डॉक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की लिखित शिकायत के बाद प्रशासन में हड़कंप


Durg Breaking : दुर्ग। जिले के मुख्य चिकित्सालय में पदस्थ नोडल अधिकारी डॉक्टर के खिलाफ एक विभागीय महिला ने यौन उत्पीड़न की लिखित शिकायत की है। शिकायत से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। दबी जुबान मामले की चर्चा दिनभर प्रशासनिक गलियारे में होती रही। महिला ने सीएमएचओ, एसपी और संभाग आयुक्त शिकायत की है। मामले में स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ ने भी एसपी को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल पूरा मामला जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग के कार्यालय का है। जहां पदस्थ सहायक ग्रेड 3 अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला कर्मचारी ने सीएमएचओ ऑफिस में पदस्थ नोडल अधिकारी डॉक्टर एसके जामगढे पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला के द्वारा सीएमएचओ एवं पुलिस अधीक्षक दुर्ग से भी शिकायत की गई है। बाद में विशाखा समिति के 5 सदस्यों के द्वारा दोनों ही पक्षों को सुना गया एवं डॉ जामगढे को तत्काल कार्य मुक्त करने की अनुशंसा सीएमएचओ से की गई है।

Durg Breaking : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जेपी मेश्राम के द्वारा डॉक्टर जामगढे को सीएमएचओ कार्यालय से कार्य मुक्त करते हुए मूल पद स्थापना के स्थान शहरी परिवार कल्याण केंद्र सुपेला में भेज जरूर दिया गया है, परंतु डॉक्टर जामगढे के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। आपको बता दे की चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एसके जामगढे जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ हैं एवं इसी कार्यालय में पीड़ित महिला सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी भी पदस्थ है। महिला ने कहा कि डॉ जामगढे द्वारा उन्हें बुरी नजर से पहले से ही देखा जा रहा था और कार्यालय काम के संबंध में डॉक्टर जामगढे के समक्ष जाने पर बुरी नजर से घूरना एवं कुछ मांगने का प्रयास किया जाता रहा है।

डॉक्टर जामगढे यह भी कहते रहे कि वह उनकी बातों को अनसुना कर रही है। डॉक्टर जामगढे ने अपने ऑफिस में उसे बुलाया और अकेला पाकर कहा कि तुम्हारी कुर्सी अब मेरे बगल में लग गई है तत्काल ज्वाइन कर बैठना शुरू कर दो। बुरी नजर से देखते हुए एवं घूरते हुए कहा कि मेरा कहा मान लो मैं कोई भी परेशानी नहीं होने दूंगा। उसे अपनी गर्लफ्रेंड बन जाने कहा। अश्लील बातें सुनकर महिला बाहर आ गई। डॉ जामगढे भी बाहर आ गए और अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया जिसका महिला ने विरोध किया।

– वहीं मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी जेपी मेश्राम का कहना है कि महिला द्वारा शिकायत मिलते ही चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके जामगड़े का तबादला कर दिया गया है। मामले को विशाखा कमेटी के समक्ष भेज दिया था। वहीं मामले में डॉ एस के जामगड़े से पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो मोबाइल बंद होने के चलते उनसे संपर्क नहीं हो पाया।