Amrit Bharat Station Scheme छत्तीसगढ़ के सात रेलवे स्टेशनों का होने जा रहा है कायाकल्प , पढ़िए पूरी खबर


Amrit Bharat Station Scheme भाटापारा– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना जिसमें देश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों को यूरोपियन देशों के तर्ज पर विकसित करने की योजना है।जिसमे अरबो रुपए की लागत से राज्य के कई स्टेशनों का विकास एवं जीर्णोद्धार करने का खाका तैयार किया गया स्वयं देश के प्रधानमंत्री ने इसका उद्धघाटन ऑनलाइन किया इसके तहत रेलवे प्रशासन ने गतिशक्ति नाम से अलग विभाग तैयार किया है। ताकि रेलवे के अन्य विभागों एवं निर्माण कार्य बाधित ना हो। पर यह दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। कम से कम भाटापारा स्टेशन क्षेत्र के विकास कार्यों को देखते हुए तो यह कहा ही जा सकता है।

Amrit Bharat Station Scheme निगरानी की कमी

गतिशक्ति विभाग तो बना दिया गया है। पर इस विभाग में नई भर्ती नहीं हुई है अपितु पुराने विभाग से इंजीनियर एवं एवं स्टाफ को निकाल कर गति शक्ति में डाल दिया गया है।

Amrit Bharat Station Scheme पुराने कार्य बाधित। नये कार्य में गुणवत्ता की कमी

इस वजह से पुराने निर्माणाधीन कार्य बाधित हो रहे हैं वरन नए अमृत महोत्सव तथा गति शक्ति के अरबो रुपए के कार्य निरीक्षण के अभाव में कमजोर एवं गुणवत्ताहीन हो रहे हैं एक इंजीनियर को लगभग 10 से 12 स्टेशनों का कार्य देखना पड़ रहा है।

Amrit Bharat Station Scheme नहीं दे पा रहे पर्याप्त समय

इंजीनियर एवं स्टाफ की कमी से कार्य का उचित निरीक्षण नहीं हो पा रहा है। जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता अनुकूल नहीं हो रहा है निरीक्षण के अभाव में एजेंसियां अपनी मनमानी कर रहे हैं

Amrit Bharat Station Scheme छवि हो रही धूमिल

आज तक यह समझा जाता रहा है कि रेलवे प्रशासन गुणवत्ता एवं निर्माण कार्य की मजबूती से कभी समझौता नहीं करती पर वर्तमान परिदृश्य से यह भ्रम दूर होता नजर आ रहा है तथा रेलवे अपनी पुरानी छवि जिसमें आमजन यह कहते नहीं थकते थे कि रेलवे के द्वारा किया गया कार्य अन्य विभागों के किए गए कार्यों से लाख टका विश्वसनीय एवं मजबूत होता है ।