दुर्ग पुलिस की बड़ी सफलता : सवा करोड़ की ठगी का खुला राज, झांसी से पकड़ाए 6 शातिर बदमाश


भिलाई। ऑनलाइन ठगी का बड़ा रैकेट पुलिस की पकड़ में आया है। लोगों को शेयर ट्रेडिंग में भरपूर मुनाफा होने का झांसा देना और उसके बाद उनसे निवेश कराने के बाद राशि हड़पना इनका काम है। उत्तर प्रदेश के झांसी में बैठकर पूरे देश में लोगों को चूना लगा रहे थे। दुर्ग के आदर्श नगर में रहने वाला एक शख्स भी इनके झांसे में आया और अपनी जमापूंजी निवेश कर गया। बाद में पता चला कि उसके साथ बड़ी जालसाजी हो गई है। इसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने भी तत्परता दिखाई और 6 ठगों को यूपी के झांसी से गिरफ्तार किया। वहीं इस घटना के मास्टर माइंड फरार बताए जा रहे हैं जिसकी तलाश जारी है। इस पूरे मामले का सोमवार को दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने खुलासा किया।

दरअसल 18 मार्च 2024 को आदर्श नगर दुर्ग निवासी रोहित बघेल (62) ने इस संबंध में पद्मनाभपुर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि आरके टेक्नालॉजी कम्पनी के कर्मचारी सिद्धार्थ सक्सेना द्वारा शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर डी-मेट एकांउट खुलवाकर उनसे 1 करोड़ 29 लाख रुपए निवेश कराया। इसके बाद न तो निवेश की रकम वापस मिली और न ही उसके लाभ की राशि। इस मामले में प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।

मोबाइल नंबर व आकाउंट डिटेल से मिला ठगों का सुराग
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के मार्गदर्शन में एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर अक्षय साबद्रा के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गई। जांच के दौरान प्रार्थी के मोबाईल पर आने वाले नम्बरों एवं ट्रेडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसों के लेने देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउण्ट आदि की जानकारी ली गई। मोबाईल नम्बरों के कॉल डिटेल व ठगी में उपयोग किये विभिन्न बैंकों के खातों का स्टेटमेंट लिया गया। इसकी जांच के बाद पता चला कि यूपी के झांसी में रहकर शातिर यह सारा खेल कर रहे हैं। पैसों का आहरण एक खाते से दूसरे खाते में रुपए जमा कराकर मध्यप्रदेश के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी से एटीएम एटीएम द्वारा रुपए निकाले गए।

बार बार बदल रही थी आरोपियों की लोकेशन
जांच के दौरान आरोपियों की लोकेशन भी बार बार बदल रही थी। इसके बाद पुलिस की एक विशेष टीम निरीक्षक अम्बर सिंह के नेतृत्व में भोपाल रवाना किया गया। आरोपियों की उपस्थिति लगातार भोपाल से ग्वालियर, शिवपुरी, इंदौर फिर झांसी में होना पता चला, जिसके आधार पर टीम झांसी पहुंची। इस दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेन्ट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति की जानकारी मिली। घटना से संबंधित मोबाईल नम्बरों का लोकेशन भी उसी स्थान पर पाया गया।  इसके बाद चावड़ा बिल्डर्स के तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेन्ट को चिन्हित कर दबिश दी गयी। यहां से आकाश चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, शिवम यादव एवं बाबू रैंकवार को पकड़ा गया।  

पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस ने सभी आरोपियों से अलग अलग पूछताछ करने पर आकाश उर्फ लक्की ने नाम बदलकर सिद्धार्थ सक्सेना, अमित  यादव ने  राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्राथी को कॉल कर झांसे में लिया और निवेस कराने के बाद ठगी की। गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, शिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन के द्वारा ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटीम के माध्यम से रकम निकासी की जाती थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि घटना के मास्टर माइंड जितेन्द्र परमार एवं यशवर्धन सिंह परमार हैं जो कि फरार हैं। दोनों की पुलिस तलाश कर रही है और एक टीम झांसी में ही रुकी हुई है।

17 मोबाइल सहित यह सामान बरामद
आरोपियों के कब्जे से पृथक-पृथक विभिन्न कंपनियों के 17 मोबाइल फोन एवं उसमें लगे सिम कार्ड, पृथक से 19 नग विभिन्न कंपनियों के  सिम कार्ड, 13 नग मोबाईल फोन चार्जर, विभिन्न बैंकों के 9 एटीएम कार्ड, 1 पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गई वाहन क्रमांक एमपी 09 डब्ल्यू एम 6238 रेनो ट्रिबर, वाहन क्रमांक यूपी 93 सीसी 0806 महिन्द्र एक्सयूवी 300, खरीदे गये सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17500 रुपए बरामद कर जब्त किया गया। उक्त कार्यवाही में थाना पद्यमनाभपुर से निरीक्षक अम्बर सिंह, एसआई निर्मल यादव, एएसआई गंगा राम श्रीवास, आरक्षक त्रिलोक यादव एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से प्रधान आरक्षक संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक रिन्कू सोनी, पंकज चतुर्वेदी, विक्रान्त कुमार, जावेद हुसैन एवं सायबर क्राईम झांसी उत्तर प्रदेश के उप  निरीक्षक रवि यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही।

  • आकाश चौहान उर्फ लक्की पिता राम भरोसा चौहान उम्र 23 साल निवासी ग्राम बक्तरा, पेट्रोल पंप कालोनी थाना बक्तरा, तहसील बुधनी, जिला सिहोर मध्यप्रदेश।
  • अमित यादव पिता महेन्द्र यादव उम्र 25 साल निवासी सतगुआ, पोस्ट लेधोरा, तहसील व थाना लेधोरा, जिला टीकमगढ़ मध्यप्रदेश।
  • दिग्विजय सिंह बुंदेला, पिता बुद्धसिंह बुंदेला उम्र 28 साल निवासी रनगंवा थाना बहमिठा तहसील राजनगर जिला छतरपुर मध्यप्रदेश।
  • शिवम यादव पिता प्रमोद कुमार यादव उम्र 24 साल निवासी नाउपहरिया पोस्ट गलान तहसील नवगांव थाना हरपालपुर जिला छतरपुर मध्यप्रदेश।
  • बाबू रैकबार पिता अक्षय रैकवार उम्र 24 साल निवासी पोस्ट थाना हरपालपुर तहसील नगगांव जिला छतरपुर मध्यप्रदेश।
  • गौरव सिंह परमार पिता सत्यभान सिंह परमार उम्र 24 साल निवासी पोस्ट हरपालपुर तहसील नवगांव थाना हरपालपुर जिला छतरपुर मध्यप्रदेश।