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भिलाई। दुर्ग शहर में तीन नाबालिगों ने लूट की ऐसी साजिश रची कि पुलिस भी हैरान रह गई। आईफोन का शौक ने नाबालिगों के दिमागी में शैतानी सोच का बीज बोया और लूट की योजना बना डाली। इसके लिए तीनों ने फ्लिपकार्ट पर आईफोन 12 ऑर्डर किया और जब डिलवरी बॉय बताए हुए लोकेशन पर पहुंचकर फोन लगाया तो नाबालिगों ने दूसरी जगह बुलाया। तय योजना के तहत तीनों ने डिलीवरी बॉय से मोबाइल लूटे और भाग गए। घटना के करीब दो सप्ताह बाद पुलिस ने शातिर नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
यह पूरी घटना 18 नवंबर की है। ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय का कामकरने वाले रवि देवागंन ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। रवि ने पुलिस को बताया कि 14 नवंबर 2023 फ्लिपकार्ट पर आईफोन 12 के चार मोबाइल ऑर्डर किए गए। 18 नवंबर चार मोबाइल लेकर रवि देवांगन बताए गए पते ब्राम्हणपारा पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद दिए गए नंबर पर फोन लगाया। फोन रिसीव करने वाले ने डिलीवरी बॉय को बताया कि वह मोहलई में रहता है और वहीं आ जाए।
डिलीवरी बॉय बताए गए पर पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद उसने बॉक्स खोलकर दिखाने कहा। इसके बाद उसने चारों मोबाइल निकाले और एक का बॉक्स खोलकर दिखाने लगा। इस दौरान तीन मोबाइल बगल में रख दिया। इस दौरान उसके साथ दो अन्य लोग एक्सेस गाड़ी में बैठे हुए थे जो मौका देखकर मोबाइल लूटकर भाग गए। डिलीवरी बॉय ने तीनों का पीछा किया तो इस बीच एक मोबाइल गिर गया। इस तरह तीन मोबाइल लूटने में बदमाश कामयाब हो गए।
इधर इस मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू की। घटना स्थल के आसपास लगे सीसी टीवी फुटेज को देखा गया। जिस नंबर से संपर्क हुआ था उसको साइबर सेल की मदद से आईडेंटिफाई कराया गया। इस दौरान मुखबिर की मदद से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने लूट की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने इस मामले में दोनों नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से तीन आईफोन, घटना में प्रयुक्त वीवो मोबाइल व काले रंग की एक्सेस गाड़ी जब्त किया गया। घटना के समय प्रयुक्त सिम को फेंक देने की बात भी नाबालिग आरोपियों ने बताई है। इसके बाद नाबालिगों बाल न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक महेश ध्रुव, उप निरीक्षक खगेन्द्र पठारे, लव पाण्डेय, आलउद्दीन शेख एवं सायबर सेल प्रधान आरक्षक चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक विक्रांत यदु की महत्वपूर्ण भूमिका रही।