जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में राबड़ी के घर जांच के लिए पहुंची CBI


पटना। बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई की टीम छापेमारी के लिए पहुंची है। राजधानी पटना में आवास पर सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ये छापेमारी करने पहुंची है। पूरा मामला तब सामने आया जब विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला था। इसी दौरान जानकारी मिली की राबड़ी आवास पर सीबीआई की कई गाड़ियां पहुंची, अधिकारी में जांच में जुटे हुए हैं।

पिछले साल मई और अगस्त में सीबीआई ने मारे थे छापे

CBI ने मई 2022 में लालू के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव समेत लालू के करीबियों और परिजनों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

CBI ने इस मामले में इस साल मई में लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व CM राबड़ी देवी, उनकी बेटियों मीसा यादव और हेमा यादव के अलावा नौकरी पाने के बदले में कम कीमत में जमीन देने वाले कुछ अयोग्य उम्मीदवारों समेत 16 लोगों को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की थी। CBI ने 24 अगस्त 2022 को एक बार फिर से RJD नेताओं के यहां छापेमारी की थी।

लैंड फॉर जॉब स्कैम से जुड़ा है मामला

लालू के रेलमंत्री (2004 से 2009) रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। नौकरी के बदले जमीन लेने के घोटाले में लालू और उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इस मामले में CBI ने मई 2022 में लालू और उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का नया केस दर्ज किया था।

CBI के अनुसार इस तरह से लालू यादव के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख रुपए में हासिल कर ली, जबकि उस समय के सर्कल रेट के अनुसार जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपए थी। खास बात ये है कि लैंड ट्रांसफर के ज्यादातर केस में जमीन मालिक को कैश में भुगतान किया गया।

CBI और ED की टीम ने बुधवार को देशभर में 42 ठिकानों पर छापेमारी की। CBI की टीम ने बिहार में ही राजद के 6 नेताओं समेत 25 ठिकानों पर छापा मारा। इनमें RJD के 2 राज्यसभा सांसदों के अलावा पूर्व विधायक, पूर्व एमएलसी, पार्टी के फाइनेंसर अबु दोजाना और लालू के OSD रहे भोला यादव शामिल हैं। भोला बिहार में बालू माफिया के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। रेड में CBI की टीम के हाथ 200 सेल डीड के पेपर मिले हैं।