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भिलाई। स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ ने देश के बड़े-बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। देशभर के सर्वेक्षण के बाद छत्तीसगढ़ देश का तीसरा सबसे स्वच्छ घोषित किया गया है। यही नहीं दुर्ग जिले के पाटन को एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की केटगरी में देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव मिला है। पाटन के अलावा रायपुर, कुम्हारी, महासमुंद और आरंग को भी राष्ट्रीय अवार्ड दिया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों आवार्ड लिया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव, नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजू एस भी समारोह में मौजूद रहे।
स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में इंदौर और सूरत को देश के सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला। इंदौर को लगातार 7वीं बार ये अवॉर्ड मिला है। इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में सेवन स्टार रेटिंग मिली है। एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पहले नंबर पर इंदौर (मध्यप्रदेश), दूसरे नंबर पर सूरत (गुजरात) व तीसरे नंबर पर नवी मुंबई (महाराष्ट्र) रहे। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में पहले स्थान पर सासवड (महाराष्ट्र), दूसरे स्थान पर पाटन (छत्तीसगढ़) व तीसरे स्थान पर लोनावाला (महाराष्ट्र) रहे।
छत्तीसगढ़ ने हासिल की कई उपलब्धियां
केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में अच्छे प्रदर्शन के लिए केन्द्रीय आसवन एवं शहरी मंत्रालय द्वारा विश्व का सबसे बड़ा स्वच्छ सर्वेक्षण देश में कराया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य ने स्वच्छता के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की और राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड हासिल किए है। वर्ष 2017 में ही छत्तीसगढ़ ओडीएफ राज्य होने की गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल कर चुका है। इसके साथ ही राज्य में तीन लाख निजी शौचालयों का निर्माण पूरा कराये जाने की उपलब्धि भी राज्य ने हासिल की थी। राज्य में स्वच्छता के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए 10 हजार स्वच्छता दीदियों के माध्यम से मिशन क्लीन सिटी शुरू की गई थी। स्वच्छता क्रियान्वयन के बेहतर परिणाम के चलते प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य को इंदौर में पुरस्कृत किया गया था।
स्वच्छता के लिए बनी कई नीतियां
छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2014 से 2017 के दौरान स्वच्छता को लेकर जो नीतियां बनायी गई और कई परियोजनाएं शुरू की गई थी, जिसके चलते राज्य में स्वच्छता को स्थायी तौर पर आगे बढ़ाने में मद्द मिली है। छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा अभिनव प्रयोग करते हुए स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण के लिए सुविधा-24 योजना शुरू की गई। निर्मित सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों के संचालन और संधारण के लिए स्वच्छता श्रृंगार योजना प्रारंभ की गई थी। छत्तीसगढ़ में स्वच्छता को लोगों की आदत में शामिल करने और इसे स्थायी रूप से व्यवहार में लाने के लिए कचरा प्रबंधन, निजी, सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का निर्माण एवं प्रबंधन, सफाई मित्रों की सुरक्षा, कचरा मुक्त शहर, ओडीएफ तथा सेप्टिक टैंक के अवशेष के निपटान पर विशेष से फोकस किया गया, जिसके चलते राज्य में स्वच्छता को सतत् रूप से आगे बढ़ाने में मद्द मिली है।