राजधानी में कोकीन सप्लाई : पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे… चार आरोपियों से लाखाें की ड्रग्स बरामद


रायपुर। राजधानी रायपुर में मंगलवार को कोकीन सप्लाई चेन का भांडाफोड़ करते हुए पुलिस कई चौंकाने वाले खुलासे किए। राजधानी में ड्रग्स का कारोबार चलाने के लिए गिरोह के सदस्यों ने मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदारों के नाम का इस्तेमाल किया। पूरे चेन का मास्टर माइंड अपने आपको प्रोफेसर के नाम से प्रेजेंट करता था। वहीं सप्लायरों के नाम भी लुसिफर और बर्लिन रखा हुआ था। राजधानी रायपुर की खम्हारडीह पुलिस ने इस गिरोह को यहां के एक होटल से गिरफ्तार किया। इनके पास से खतरनाक ड्रग्स एमडीएमए और कोकीन के साथ एक ऑडी कार भी जब्त किया गया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है।

बता दें राजधानी रायपुर में दिल्ली से लाकर महंगी ड्रग्स सप्लाई का मामला सामने आया है। रायपुर की खम्हारडीह पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस मंगलवार को बड़े खुलासे किए हैं। आरोपियों के पास से आरोपियों के कब्जे से 17 अलग-अलग छोटे जिप पॉलीथिन में रखे 2100mg MDMA और 6600mg कोकीन जब्त किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने ऑडी कार, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 8 मोबाइल फोन, 3 सोने की चेन, आईपेड समेत 50 लाख रुपए का माल जब्त किया है। इस मामले में पुलिस नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।

पहले प्लानिंग और उसके बाद मारी रेड
दरअसल पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी रायपुर के एक होटल में कुछ लोग रुके हुए हैं और इनके पास महंगी ड्रग्स है। इसके बाद एसीसीयू व खम्हारडीह पुलिस ने एक टीम बनाई और रंगे हाथों पकड़ने की प्लानिंग की। इसके लिए पुलिस के कुछ जवान खुद ग्राहक बनकर इनसे संपर्क किया। ग्राहक बने पुलिस को पैडलर द्वारा खम्हारडीह इलाके के निजी मैरिज गार्डन में बुलाया। पुलिस ने यहां रेड कर कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा नाम के दो ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया। तलाशी में इनके पास छोटे-छोटे जिप पॉलिथीन में ड्रग्स मिले।

कोडवर्ड से हो रहा था काम
जब पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो आयुष अग्रवाल और महेश सिंह के नाम सामने आए। पुलिस ने इन दोनों को होटल से गिरफ्तार किया। इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड आयुष अग्रवाल निकला। पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि इन लोगों ने कोडवर्ड में अपने नाम रखे थे। मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदारों के नाम पर इन लोगों ने अपने अपने नाम रखे थे। आयुष अग्रवाल ने खुद का नाम प्रोफेसर, कुसुम हिंदुजा लुसिफर और चिराग शर्मा का नाम बर्लिन रखा हुआ था। एक दूसरे को यह सभी इसी नाम से पुकारते थे। इन आरोपियों में से महेश सिंह दिल्ली का रहने वाला है और वही आयुष को ड्रग्स सप्लाई करता था। पुलिस गिरोह का संपर्क ढूंढ रही है। बताया जा रहा है दिल्ली का महेश सिंह ड्रग्स को नाइजीरियन गिरोह से खरीदता था। ट्रेन के रास्ते रायपुर पहुंचने के बाद ड्रग्स को हाईलेवल पार्टियों में सप्लाई करने की जानकारी भी मिली है। फिलहाल पुलिस इस मामले से जुड़े और लोगों तक पहुंचने का प्लान कर रही है।