कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा का निर्देश : अतिक्रमण प्रभावितों का होगा व्यवस्थापन, शासन की योजना से जोड़कर देंगे लाभ


दुर्ग। जिले के नगरीय निकायों में यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए सड़क किनारे सभी छोटे-बड़े कब्जों, अवैध ठेले गुमटियों व चौपाटियों पर की गई कार्यवाही से प्रभावित व्यवसायियों/लोगों का जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थापन किया जाएगा। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने गुरुवार को नगरीय निकायों के अधिकारियों की वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों के चौक-चौराहों से हटाये गये अतिक्रमित व्यवसायियों/लोगों को उनके आजीविका के लिए नगर में जगह चिन्हांकित कर शिफ्ट किया जाए। ठेले को वेडिंग जोन में रखना संभव न हो तो सड़क किनारे स्थान जहां ठेला लगाया जा सके उस स्थान पर व्यवस्थित रूप से शिफ्ट किया जाए।

कलेक्टर ने कहा है कि प्रभावित लोगों का व्यवस्थापन कराकर स्मार्ट वेडिंग जोन के तहत बैंक ऋण राशि की सुविधा मुहैय्या कराने इन्हें प्रधानमंत्री स्व निधि योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जाए। कलेक्टर श्री मीणा ने नगरीय निकाय के अधिकारियों को प्रभावित लोगों की व्यवस्थापन कराकर निकायवार जानकारी उपलब्ध कराने कहा है। कलेक्टर श्री मीणा ने जिले में केटल- फ्री रोड पर जोर देते हुए नगरीय निकायवार रोस्टर प्रारंभ होने के अब तक पकड़े गये पशुओं की जानकारी ली। उन्होंने सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटना को रोकने के लिए सड़कों से घुमन्तु पशुओं को हटाने के लिए अधिकारियों को प्रभावी तरीके से कार्य करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि सब्जी मंडी, बाजार, कालोनियॉं व सड़क की संख्या आदि पर पशुओं की लोकेशन के अनुसार कार्य किया जाए।

उन्होंने कहा कि नगर की सड़क केटल-फ्री दिखना चाहिए, पशुओं को सड़कों पर छोड़े जाने पर पशुपालकों की पहचान कर कार्यवाही किया जाए। पशुपालकों से जुर्माना लिये बगैर पशुओं को नहीं छोड़ा जाए। नगरीय क्षेत्र अंतर्गत सड़कों के किनारे गड्ढे व खुले चेम्बर की सर्वे कराकर 15 दिवस में मरम्मत सुनिश्चित किया जाए। सड़क किनारे नालियां स्लैब से ढकी होना चाहिए। नगर में स्ट्रीट लाईट की संख्या कितनी है, कितने में अभी लाईट लगी है। रौप लाईट की क्या स्थिति है, निकायवार जानकारी उपलब्ध करायी जाए। कलेक्टर ने अवगत कराया कि निकायों द्वारा सड़कों पर भीख मांगने वाले 365 लोगों को चिन्हांकित किया गया है।

उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इन लोगों को शासन की योजनाओं से लाभ मिल रहा है की नहीं, इसकी मॉनिटरिंग करें । इसके अलावा कई बार देखने में पाया गया कि छोटे बच्चों को गोद में लेकर परिजन चौक-चौराहों में भीख मांगते मिले है, ऐसे लोगों के परिजनों की कांऊसिंलिंग कर समझाईश दिया जाए। कलेक्टर ने कहा कि नगर के सड़कों पर कोई भी भीख मांगते ना मिले इसके लिए अधिकारी अभियान चलाकर पंद्रह दिवस में व्यवस्थापन की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने नगरीय निकायों में स्वच्छता ही सेवा स्वच्छ भारत अभियान की भी जानकारी ली।

अधिकारियों ने बताया कि जिले के नगरीय निकायों के सभी वार्डों में सफाई अभियान चलाया गया। इस अभियान में अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने अपनी सहभागिता निभायी है। निकायों के वार्डों में सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों और चौक-चौराहों की सफाई की गई। इसी तरह प्रमुख गांवों में भी विशेष सफाई अभियान चलाया गया। बैठक में अपर कलेक्टर गोकुल रावटे, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त लोकेश चन्द्राकर, रिसाली नगर निगम के आयुक्त आशीष देवांगन सहित निकायों के अधिकारीगण उपस्थित थे।