Economic survey प्रथम सर्वे करने वाला जिला बन गया बालोद लेकिन आज तक सर्वे कार्य वालों को नहीं मिला मानदेय


Economic survey बालोद/रायपुर– छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के ग्रामीण अंचलों में निवासरत परिवारों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए समाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण कराया था इस कार्य में बड़े पैमाने पर शिक्षको और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की ड्यूटी लगाई गयी थी। वहीं पुरी लगन के साथ भीषण गर्मी में गांव-गांव जाकर शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने प्रत्येक परिवार का सर्वे किया और अपने कार्यो को बखूबी अंजाम दिया।

Economic survey बालोद जिले में भी समाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य शिक्षको एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने किया 30 दिनों के लक्ष्य को मात्र 15 दिनों में प्राप्त किया इन प्रगणको ने रविवार और सामान्य अवकाश में भी सर्वे का कार्य जारी रखा जिसका नतीजा ये रहा के बालोद पुरे छत्तीसगढ़ में प्रथम सर्वे करने वाला जिला बन गया पर आज तक इस कार्य के एवज में मिलने वाला मानदेय बालोद जिले के प्रगणको को अप्राप्त है जिसके कारण उनके बीच नाराज़गी है बालोद जिले के समाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के वाट्स अप ग्रुप में संलग्न प्रगणक अधिकारियों के समक्ष अपनी नाराज़गी भी व्यक्त कर रहे है।

वहीं बालोद जिले में पदस्थ ऐसे शिक्षक जो ग्रीष्म अवकाश के दौरान समाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण में संलग्न थे। जो ग्रीष्म अवकाश का उपयोग नहीं कर पाए हैं उनके लिए अनुपातिक अर्जित अवकाश की पात्रता बनती है। पर बालोद जिले में इस संबंध में भी आदेश जारी नहीं हुआ है जबकि अन्य जिलों में इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है और शिक्षको को इसका लाभ मिल रहा है अब देखना ये होगा के बालोद जिले में इस कार्य में संलग्न प्रगणको को कब तक मानदेय मिलता है और शिक्षकों के लिए अनुपातिक अर्जित अवकाश का आदेश कब तक जारी होता है।