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रायपुर। छत्तीसगढ़ में ED की कार्रवाई लगातार जारी है। कल देर रात आबकारी विभाग के दफ्तर में भी ED का छापा पड़ा और वहां भी टीम दस्तावेजों को खंगालती रही। दूसरी तरफ ईडी की एक और टीम ने कल रात शहर के 7-8 बड़े शराब कारोबारियों को अपने दफ्तर बुला पूछताछ की है। इन सभी लोगों से आधी रात तक पूछताछ होती रही। इसके बाद कुछ लोगों को घर जाने दिया जबकि अन्य लोगों को ईडी ने दफ्तर में रोक कर रखा गया है।
गौरतलब हो कि मंगलवार 28 मार्च को ED की टीम जमीन कारोबारी सुरेश बांदे, सीए प्रतीक जैन और कांग्रेस से जुड़े नेताओं के ठिकानों पर पहुंची थी। बुधवार को रायपुर में IAS अनिल टुटेजा, शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, भिलाई के होटल संचालक विनोद सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, उनके भाई अनवर ढेबर, दुर्ग नेहरू नगर निवासी एन उदय राव, रियल स्टेट कारोबारी पप्पू बंसल खुर्सीपार, अतुल सिंह स्मृति नगर, संजीव फतेपुरिया नेहरू नगर, आबकारी अफसर एपी त्रिपाठी के ठिकानों पर जांच की गई। शुक्रवार की रात भी इन्हीं से संबंधित लोगों से पूछताछ की गयी है।
अवैध लेनदेन होने के कारण हुई पूछतातछ
जानकारी मिली है कि ED की टीम को प्रदेश के आबकारी विभाग और बड़े शराब कारोबारियों के बीच अवैध लेनदेन के गिरोह का इनपुट मिला है, जिसको लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है। कल रात तलब किए गए कारोबारियों के परिजन भी दफ्तर के बाहर पहुंचे और सभी काफी तनाव में नजर आए। ED दफ्तर के बाहर पुलिस का भी पहरा था। पूछताछ के बाद अंदर बैठे कारोबारियों ने अपने घरों से खाना भी मंगवाया। देर रात एक और जांच टीम का दस्ता अचानक दफ्तर पहुंचा और सभी शराब कारोबारियों से एक-एक कर अलग-अलग कमरों में पूछताछ की गयी। सभी से उनकी प्रॉपर्टी की जानकारी मांगी गई है।
हाल फिलहाल में हुए बड़े लेनदेन और बैंक अकाउंट की डिटेल के बारे में भी पूछा गया।खास बात यह रही कि इससे पहले जब भी ED दफ्तर में इस तरह से लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो प्रताड़ना की शिकायतें सामने आईं थीं मगर इस बार देर रात कारोबारियों से पूछताछ के दौरान अफसरों ने ज्यादा परेशान नहीं किया। पूछताछ के बीच कुछ देर रात खाने का ब्रेक लिया। इसके बाद फिर सभी से पूछताछ की गई।कुछ कारोबारियों से एक तय बयान में हस्ताक्षर करने को भी कहा गया। जिस पर पहले से ही ED के अधिकारियों ने कुछ तथ्य लिख रखे थे। बयानों पर हस्ताक्षर करने को लेकर ED अफसर और कारोबारियों के बीच बहस होती रही। खबर यह भी है कि कुछ कारोबारियों की जल्द ही ED गिरफ्तारी दिखा सकती है।