Fraud: शेयर बाजार के नाम पर करोड़ों की ठगी


रायपुर ( न्यूज़)। शेयर बाजार में रूपए लगाने और बड़े फायदा का झांसा देकर साइबर ठगों ने पंडरी इलाके के एक डाक्टर समेत दो लोगों से करीब 3 करोड़ रूपए ठग लिए। साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग ऐप और वाट्सऐप ग्रुप के जरिए दोनों से रकम जमा करवाई। इसके बाद ट्रेडिंग ऐप और वाट्सऐप ग्रुप को बंद कर दिया। शिकायत पर पंडरी पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।

पुलिस के मुताबिक अशोका रतन निवासी सुनील कुमार देवांगन पेशे से डॉक्टर हैं। दिसम्बर 2023 में उनके फेसबुक में शेयर मार्केट में पैसा लगाने पर अच्छा मुनाफा देने का दावा करते हुए एक विज्ञापन दिखा। उन्होंने उस पर क्लीक किया। इससे उन्हें एक वाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में शेयर में पैसा लगाने के लिए प्रेरित करने वाले मैसेज आते थे। इसी ग्रुप से जुड़े दूसरे लोग शेयर में पैसा लगाने पर मिले मुनाफे का स्क्रीन शॉट शेयर करते थे। इस दौरान सुनील को भी बैन कैपिटल इंटरनेशनल कंपनी में पैसा लगाने पर काफी फायदा होने का झांसा दिया गया। इसके बाद उनसे एक ऐप डाउनलोड करवाया गया। फिर उसके जरिए उनसे 14 जनवरी 2024 से 26 मार्च 2024 तक 1 करोड़ 92 लाख रुपए जमा करवा लिए। इसके बाद इस ऐप को बंद कर दिया गया। वाट्सऐप ग्रुप भी खत्म हो गया। इसके बाद आरोपियों ने फिर दूसरा वाट्सऐप ग्रुप बनाकर सुनील को जोड़ा। इसमें फिर उन्हें गोल्ड में पैसा लगाने पर भारी मुनाफा होने का झांसा दिया। इसके बाद एक दूसरा ऐप डाउनलोड करवाया। उसके जरिए भी उनसे 1 करोड़ रुपए जमा करवाए गए। उसके गोल्ड ट्रेडिंग ऐप में उसका मुनाफा 83 करोड़ दिखा रहा है, लेकिन उसे निकालने के लिए 50 लाख जमा कराने की बात कही गई। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पैसा जमा करना बंद कर दिया।

डॉक्टर सुनील की तरह विकास कुमार त्रिवेदी से भी ठगी हुई है। विकास कुमार से गोल्डमैन शेक ऐप के जरिए शेयर मार्केट में 7 मार्च से 10 अप्रैल 2024 तक 73 लाख 82 हजार 386 रुपए लगवाया गया। इसके बाद उस ऐप को भी बंद कर दिया गया। दोनों की शिकायत पर पंडरी पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। सुनील ने अपनी पूरी जमापूंजी शेयर में लगा दिया। इसके बाद अपनी पैतृक संपत्ति के अलावा बैंक से 62 लाख रुपए का लोन भी लिया। पूरी राशि को शेयर में लगाने के बाद भी पैसे कम पड़े, तो दोस्तों से 20 लाख उधार भी लिया। सुनील को बैंक लोन के एवज में हर माह करीब 1 लाख 30 हजार रुपए की किस्त चुकानी पड़ रही है।