Good News : मॉनसून में खूब होगी बारिश, जून से सितंबर के बीच…

नई दिल्ली। मॉनसून 2023 के सामान्‍य रहने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को मॉनसून का पूर्वानुमान जारी किया। पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय और IMD ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि साउथवेस्‍ट मॉनसून (जून से सितंबर) के बीच देशभर में दीर्घकालिक औसत (LPA) के 96% बारिश होने के आसार हैं।

नई दिल्ली। मॉनसून 2023 के सामान्‍य रहने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को मॉनसून का पूर्वानुमान जारी किया। पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय और IMD ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि साउथवेस्‍ट मॉनसून (जून से सितंबर) के बीच देशभर में दीर्घकालिक औसत (LPA) के 96% बारिश होने के आसार हैं। इस बार का LPA 87 सेंटीमीटर है। सीजन के दूसरे हाफ में अल नीनो का असर देखने को मिल सकता है। इससे पहले, निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने इस साल मॉनसून में बारिश ‘सामान्य से कम’ रहने का अनुमान जताया था। मौसम विभाग के मॉनसून पूर्वानुमान से जुड़ी हर जानकारी देखिए।

मिनिस्‍ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज में सेक्रेटरी एम. रविचंद्रन ने मॉनसून 2023 का पूर्वानुमान पेश किया। उन्‍होंने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून में सामान्‍य वर्षा होने के आसार हैं। आईएमडी ने विभिन्‍न मॉडल्‍स के आधार पर मॉनसून के बारे में भविष्‍यवाणी की है। IMD के अनुसार, प्रायद्वीपीय भारत के इलाकों के साथ-साथ नॉथ-वेस्‍ट इंडिया और नॉर्थ-वेस्‍ट इंडिया के कुछ हिस्‍सों में सामान्‍य बारिश होगी। पश्चिम-मध्‍य भारत और नॉर्थ-वेस्‍ट इंडिया के कुछ इलाकों में सामान्‍य से कम बारिश की संभावना जताई गई है।

आईएमडी के डायरेक्‍टर डॉ मृत्‍युंजय मोहपात्रा ने कहा कि क्‍लाइमेटालॉजिकली देखें तो इस साल नॉर्मल से बेहतर बारिश की 67% संभावना है। उन्‍होंने बताया कि इस साल अल नीनो का प्रभाव देखने को मिलेगा। मानसून के सेकंड हाफ में इसका प्रभाव नजर आएगा। मोहपात्रा ने कहा कि इसका मतलब ये नहीं की बारिश कम होगी। बीते कुछ सालों में अल नीनो के दौरान सामान्‍य और उससे ज्‍यादा बारिश भी देखने को मिली है।