दार्जिलिंग में कंचनजंगा एक्सप्रेस से भिड़ी मालगाड़ी, 15 की मौत, 60 लोग घायल


दार्जिलिंग (ए)। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में 2 लोको पायलट और एक गार्ड समेत 8 लोगों की मौत हुई है। ईस्टर्न रेलवे के CPRO कौशिक मित्रा ने इसकी पुष्टि की। न्यूज एजेंसी PTI ने 15 लोगों की मौत और 60 के घायल होने की जानकारी दी है।

कौशिक मित्रा ने बताया कि कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी में दो पार्सल और एक SLR कोच लगे हुए थे। इसमें कोई पैसेंजर नहीं था। ट्रेन के 5 डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। 12:40 बजे एक स्पेशल ट्रेन सियालदह के लिए रवाना हो चुकी है। ट्रेन में अधिकतर यात्री मालदा और बोलपुर के हैं। सिंगल लाइन पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी गई है।

कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) 16 जून को सुबह 8:15 बजे अगरतला से रवाना हुई थी। इसे 17 जून को शाम 7:20 बजे सियालदह पहुंचना था। हादसा न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के करीब रंगापानी में हुआ। ट्रेन रेड सिग्नल की वजह से यहां रुइधासा में रुकी हुई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक गया। अन्य दो डिब्बे बेपटरी हो गए। रेलवे के मुताबिक, आशंका है कि भारी बारिश की वजह से मालगाड़ी का पायलट सिग्नल नहीं देख पाया, जिसके कारण दुर्घटना हुई। NDRF, SDRF समेत रेलवे और बंगाल के अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटीयर (NFR) जोन में हादसा दुखद है। रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, NDRF और SDRF मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा – दार्जिलिंग के फांसीदेवा इलाके में एक रेल दुर्घटना के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ। राहत बचाव काम और लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।