पॉजिटिव सोचना है तो शिकायत की भावना हटानी होगी: डॉ. किरण बेदी

भिलाई नगर। भिलाई सीए ब्रांच द्वारा आज सीए भवन सिविक सेंटर में राष्ट्रीय वूमेन कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में देश की पहली महिला आईपीएस एवं पुडुचेरी की पूर्व राज्यपाल डॉ. किरण बेदी उपस्थित थी।

भिलाई नगर। भिलाई सीए ब्रांच द्वारा आज सीए भवन सिविक सेंटर में राष्ट्रीय वूमेन कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में देश की पहली महिला आईपीएस एवं पुडुचेरी की पूर्व राज्यपाल डॉ. किरण बेदी उपस्थित थी। भिलाई, रायपुर एवं बिलासपुर सीए ब्रांच के संयुक्त तत्वाधान में भिलाई ब्रांच की वूमेन एवं यंग मेंबर्स सशक्तिकरण कमेटी द्वारा आयोजित “अगस्ती- कनेक्ट, इंस्पायर, एम्पावर” में शिरकत करते हुए डॉ. बेदी ने आयोजन की प्रशंसा की एवं खुशी जताते हुए कहा कि अब मैं यहां दुबारा आउंगी। इस अवसर पर डॉ. किरण बेदी द्वारा ब्रांच में लाइब्रेरी का भी उद्घाटन किया गया।

मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम की शुरूआत की गई, जिसमें प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. किरण बेदी ने संस्था के काम करने की तरीकों को प्रोफेशनल बताया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते कहा कि सभी महिलाओं में त्याग की भावना होती है इसी वजह से परिवार हो या ऑफिस हर जगह वे अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाना जानती है। उन्होंने अपने पर्सनल जीवन में अपनी मां को डबल इंजन की तरह बताते हुए कहा कि मेरी मां ही मेरे घर के कामों और बच्चों को संभाला इसी वजह से मैं अपना पूरा 24 घंटा समय अपने काम को दे पाई। आज उन्हीं की वजह से मैं यहां तक पहुंच पाई इसलिए मेरा पहला कर्तव्य त्याग है और उसे पहले रखती हूं। उन्होंने आगे कहा कि आप किसी दूसरे के लिए काम करेंगे तो वो भी खुश होकर आपके साथ 100 प्रतिशत काम करेगा। इसी तरह  समाज अगर इसी तरह एक-दूसरे सहायता कर आने वाली सारी परेशानियों से निपट सकता है जो उन्हें आगे बढ़ने से राेकती है। डॉ. किरण बेदी ने कहा कि अगर निगेटिव से पॉजिटीव सोचना है तो सबसे पहले  हमें कभी भी किसी से शिकायत नहीं करनी चाहिए न ही किसी के लिए बुरा बोलना चाहिए, जो व्यक्ति जैसा है वैसा रहने दें और ज्यादा सोचना नहीं है। यहीं से आप पॉजिटीव हो पाएंगे।

कार्यक्रम का स्वागत भाषण ब्रांच चेयरमेन सीए पायल नवीन जैन ने दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. अरूणा पलटा, वूमेन एवं यंग मेंबर्स सशक्तिकरण कमेटी के उपाध्यक्ष सीए अभय छाजेड़, श्रीमती मीनाक्षी टूटेजा, डॉ. अकांक्षा शर्मा एवं सीए रीना जैन , सिए रिद्धि जैन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में वक्ता के रूप में सीए सपना गोलछा, डॉ. नेहा बत्रा, मिसेज़ सोमी टूटेजा, सीए मनीषा बियानी ने भी विभिन्न विषयों पर प्रमुखता से अपनी बात रखी। इस दौरान मुख्य रूप से सीए विधि लेखवानी, सीए प्रेया सेठिया, सीए स्मिता ठाकुर, सीए चंदना जैन, सीए बिन्नी अग्रवाल, सीए खुशबू संघवी, सीए हेमलता सिंह, सीए सुखविंदर सैनी, सीए रिया खेतान, सीए तलविंदर, सीए आस्था खेतान, मैनेजिंग कमेटी के सीए राहुल बत्रा, सीए अंकेश सिन्हा, सीए सूरज सोनी सहित भिलाई, रायपुर, राजनांदगांव, कानपुर एवं रांची के लगभग 400 से अधिक सदस्य उपस्थित थे।

आपके काम पर दूंगी रिवार्ड

डॉ. किरण के साथ भिलाई के युवा सदस्य।


आईपीएस किरण बेदी ने कहा कि मैं दुबारा भिलाई में आउंगी और आपके काम का रिजल्ट देखकर ही आपको रिवॉर्ड दूंगी। जिससे पता चल सके आपने अपने को कितना बखूबी ढंग से अपना काम पूरा किया है। उन्होंने कहा कि आप अपना काम ईमानदारी से करें। लोगों की मदद के लिए आगे आएं। देश को आगे बढ़ाने में सब मिलकर बहुत बड़ा योगदान दे सकते है।

सीए वर्ग देश की सबसे बड़ी ताकत

आईसीएआई हॉल में बैठे रायपुर, बिलासपुर और भिलाई के युवा सदस्य के साथ पुलिस अधिकारी।


आईपीएस बेदी ने सीए वर्ग को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा कि आप सभी सीए सदस्य उन लोगों को सपोर्ट करें जो ईमानदारी से काम कर रहा है। आप ही उन्हें बता सकते हैं कि जरूरतमंद को क्या चाहिए, और वह डोनर आपके बात मानकर सही काम कर सकता है। सीए वर्ग का सबसे बड़ा कर्त्तव्य है कि वो सभी को आपस में कनेक्ट करें।

अच्छा काम करने वालों से हमें मिलती है प्रेरणा
किरण बेदी ने आगे सीए वर्ग से बात करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम अपने फोन की बैटरी को  रिचार्ज करने के लिए प्लग पर डालते हैं उसी प्रकार हमें भी महान व्यक्तित्व, बुक, किताबों आदि में लिखे विचारों से हमें प्रेरणा मिलती है। जिस प्रकार हम दोस्तों के साथ मिलना, ऑफिस मीटिंग में बैठना आदि जगहों से हम अच्छी चीजें निकालकर उसे अपने जीवन में उतार सकते हैं।

सशक्तिकरण का मतलब- समर्पित, भरोसेमंद
किरण बेदी ने उपस्थित महिला सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि सशक्तिकरण का मतलब समर्पण भावना के साथ और पूरे भरोसे के साथ काम करना। उन्होंने कहा कि जो भी आपके ऊपर विश्वास कर आपको सपोर्ट करता है यही सशक्तितरण होता है। जिससे आप पूरे समर्पण भावना के साथ आगे बढ़ने में आसानी होती है। उन्होंने आगे कहा कि आप डटकर आगे बढ़कर काम करें मैं आपकों हमेशा  सपोर्ट करती रहूंगी। ताकि आप बेफिक्र होकर ईमानदारी से जनता की सेवा कर सकें।
 
महिला व पुरूष दोनों को बराबर समझना होगा: अरूणा पलटा
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. अरूणा पल्टा  ने कहा की आज भी घर में हमारे माता-पिता में लड़का और लड़की में अंतर की भावना दिखाई देती है हमें इसे बराबर करने की जरूरत है। तभी पुरूष और महिलाएं दोनों एक साथ समाज को आगे बढ़ाएंगे। जो आने वाली पीढ़ी के लिए एक अच्छा संस्कार होगा।

सही कार्य करने पर किसी के सामने झुकना नहीं चाहिए: सीए रिद्धी जैन
सीए रिद्धी जैन ने अपनी प्रेरणा में बताया कि वो जब सही काम करते हैं तो किसी के आगे दबाव में झुकना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि आईपीएस किरण बेदी ने अपने जेलों के खतरनाक जेलरों को अवसाद से निकालने के लिए उन्हें योग,  फिजिकल और मानसिक फिट रहनें उन्हें सिखाया। आज उनकी जीवन पॉजीटिविटी से भर गया है।