कवर्धा का साधराम यादव हत्याकांड, परिजनों ने 5 लाख का चेक लौटाया, कहा गर्दन के बदले चाहिए गर्दन


कवर्धा। जिले के लालपुर में साधराम की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कवर्धा में साधराम यादव की पत्नी और बेटे ने मोर्चा खोल दिया है। दोनों ही प्रशासन के पास पहुंचे और पांच लाख की सहायता राशि का चेक वापस करते हुए गर्दन के बदले गर्दन से न्याय की गुहार लगा दी है।

साधराम यादव की हत्या के बाद प्रशासन की तरफ  उसके परिवार को आर्थिक सहायता देते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने पांच लाख रुपए का चेक दिया था। जिसके बाद सोमवार को साधराम का बेटा, मां के साथ चेक वापस करने पहुचा। जहां उसने मीडिया से चर्चा में कहा कि हम सरकार को पैसा वापस करते हैं क्योकि हमें भीख नहीं चाहिए। इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा आरोपियों को मिलना चाहिए।

साधराम के बेटे ने कहा कि हमको गर्दन के बदले गर्दन चाहिए। अब तक हुई कार्रवाई और बुलडोजर चलने की बात को लेकर उसने कहा कि बुलडोजर उसके अवैध ठिकानों पर चला है। अगर बुलडोजर चला तो सिर्फ एक के घर क्यों बाकी सभी छह लोगों के घर क्यों नहीं चला। हम इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। आज 20 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है इसमें अब तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। हमें इस मामले में हुई कार्रवाई को लेकर शासन और प्रशासन क्यों नहीं बता रहा है कि इसमें क्या-क्या ठोस कदम उठाया गया है।

5 लाख में पति नहीं लौटेंगे, न्याय चाहिए
मृतक गोसेवक की पत्नी प्रमिला यादव ने कहा कि उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है। आरोपियों ने उनके पति साधराम यादव की गला रेतकर हत्या की थी। इसी तरह दोषियों को भी दंड मिलना चाहिए। पांच लाख रुपये की राशि से उनके पति कभी वापस नहीं आ सकते। ऐसे रुपये का कोई मतलब नहीं है, जब तक आरोपी जिंदा हैं।

20 जनवरी को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि साधराम यादव (50 साल) की 20 जनवरी की रात लालपुर में गला रेतकर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने जांच करने के बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों में सुफियान, ईदरिस, अयाज व महताब खान सहित एक नाबालिग शामिल थे। सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं। घटना के बाद प्रशासन ने एक आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की थी। वहीं मृतक के परिजन को आर्थिक मदद दी गई थी। जिसे परिजनों ने प्रशासन को वापस कर दिया है।