कुर्मी समाज ने शादी में बैंड, बाजा को किया प्रतिबंध, कहा- इससे धन और समय की बचत


भिलाई। छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के दो दिवसीय 77 वा महाधिवेशन का कार्यक्रम दुर्ग जिले के पाटन के स्व. भोलाराम कश्यप स्मृति सभा स्थल में संपन्न हुआ. कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के केंद्रीय अध्यक्ष चोवाराम वर्मा ने अपने अभिभाषण में कहा कि यह मेरे कार्यकाल का दूसरा महाधिवेशन है.

पहला महाधिवेशन 2022 में बलौदाबाजार के ग्राम हथबंद मे आयोजित किया गया था, जहां पर 3 प्रतिवेदन पास किए गए थे. जिसका अनुसरण आज पूरा समाज कर रहा है. आज भी दो प्रतिवेदन समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया गया, जिसमें से एक प्रतिवेदन को जनसमर्थन मिला। जबकि दूसरा को नहीं. जिस नियम को समाज के लोगों ने समर्थन दिया वह यह है कि अब कानफोडू डीजे वा बैंड को घरेलू व सामाजिक कार्यक्रमों से पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. वर्मा ने कहा कि डीजे की आवाज से कई मार्मिक घटनाएं हुई है. डीजे जहां चालू किया जाता है वहां अंधेरा रहता है और उसकी रोशनी आने जाने वाले राहगीरों को परेशान करती है. डीजे जब चालू होता है तब ज्यादातर युवा नशा में लिप्त होकर भद्दा डांस करते हैं. इस नियम का प्रयोग पिछले वर्ष से प्रयोग के तौर पर अर्जुनीराज व बलोदाबाजार राज में किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप अब इस नियम को पूरे छत्तीसगढ़ में लागू किया जा रहा है.

वर्मा ने समाज के नागरिकों से कहा कि वे अपने बेटा व बेटी की शादी एक नियत समय पर कर दें. उनकी उम्र को पढ़ाई व नौकरी के चलते बढ़ाना नहीं चाहिए. यह भी एक कारण है जिसके चलते युवा इंटरकास्ट मैरिज कर रहे हैं. उन्होंने समाज के लोगों को आदर्श विवाह को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया.

समाज में कई ऐसे मेधावी छात्र छात्रा हैं जो पैसों की अभाव में शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते. ऐसे बच्चों को अब चिंता करने के बजाए समाज के सामने अपनी समस्या को रखना चाहिए. उसे कई तरह से सहयोग मिलेगा. वर्मा ने कुर्मी समाज को छत्तीसगढ़ का गुरु समाज बताया. उन्होंने कहा कि हमारा समाज जो निर्णय लेता है, जो रास्ता तय करता है. अन्य समाज भी उसे अनुसरण कर रहे हैं. ओबीसी आरक्षण के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है.